लो स्पर्म काउंट की समस्या में किशमिश और शहद बहुत मददगार होते हैं। इसे खाने से तेजी से स्पर्म काउंट में इजाफा होता है।
शहद और किशमिश स्पर्म क्वालिटी को बेहतर बनाते हैं। अगर स्पर्म पतला है तो ये मोटेलिटी की क्रिया में काफी स्लो कर देता है, इससे बच्चा पैदा करने में कठिनाई आती है।
शहद और किशमिश दोनों में एंटी कैंसर एलीमेंट्स पाए जाते हैं, इसलिए ये पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के संभावना को कम कर देते हैं।
किशमिश के साथ शहद मिलाकर खाने से जब टेस्टोस्टोरोन का लेवल बढ़ता है तो ये मैरिड पुरुषों की यौन क्षमता से जुड़ी सारी ही समस्याओं से बचाने में मददगार साबित होता है।
कांच या सेरेमिक के बर्तन में 300 ग्राम किशमिश लेकर उसमें इतना शहद डालें कि सारी किशमिश उसमें भीग जाए। कुछ देर तक किशमिश को शहद के साथ डूबा रहने दें फिर इसे आप कांच के बर्तन या शीशी में भकर करीब 48 घंटे तक के लिए छोड़ दें। इसके बाद इस पेस्ट का सेवन किया जा सकेगा।
कैसे और कब करें किशमिश-शहद का सेवन
अब रोज सुबह आप इसमें से चार किशमिश निकल कर खाएं। सुबह खाली पेट खाना ज्यादा कारगर होता है। अन्यथा इसे खाने से पहले या बाद में आधे घंटे के बाद ही कुछ और खाएं।
किशमिश में कार्बोहाइड्रेट, आयरन , पोटेशियम, मैग्नीशियम, जस्ता, फॉस्फोरस और कैल्शियम भी होता है। कुछ मात्रा में फोलेट, विटामिन सी और विटामिन के और विटामिन बी भी पाया जाता है।
किशमिश खाने के जानें ये भी फायदे
1. एक स्टडी के मुताबिक किशमिश के सेवन से एथलीट्स की परफॉर्मेंस में भी सुधार करता है। खासकर जो हाई 2. इंटेंसिटी और एंड्यूरेंस एक्सरसाइज करते हैं उनके लिए किशमिश बहुत फायदेमंद होती है।
3. किशमिश को भिगा कर खाने से कब्ज से लेकर पेट की कई और समस्याएं भी दूर होती हैं।
4. ये हीमोग्लोबिन को भी बढ़ाने में मददगार होती है, इससे कमजोरी-थकान और अनिद्रा की दिक्कते दूर होती हैं।
किशमिश ब्लड प्रेशर और ब्लड शुग र को कम करके हार्ट डिजीज के जोखिम को कम कर सकती है। किशमिश में मौजूद फाइबर आपके एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करता है, जिससे आपके दिल पर खिंचाव कम होता है। वही पोटेशियम ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोकता है।
5. किशमिश में काफी मात्रा में फाइबर होता है। इसलिए इसका निश्चित मात्रा में सेवन करने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे आपको भूख नहीं लगती और आप कम खाते हैं। इससे आपका वजन कम होने लगता है।