
Red Hair Gene (photo- freepik)
Red Hair Gene: लाल बाल अक्सर एक खूबसूरत और अलग दिखने वाला फीचर माना जाता है। लोग इसे सिर्फ लुक्स से जोड़ते हैं, कुछ ऐसा जो बस दिखने भर की चीज है। लेकिन हाल की रिसर्च इस बारे में एक बहुत ही दिलचस्प बात बताती है। हो सकता है कि बालों का रंग आपके घाव कितनी जल्दी भरेंगे, उससे भी जुड़ा हो।
कुछ लोगों के घाव, जो जल्दी भर जाने चाहिए, हफ्तों तक नहीं भरते, वो लाल, सूजे हुए और दर्दनाक बने रहते हैं। यह पता चलना कि बालों के रंग वाला जीन घावों को भरने की क्षमता पर असर डाल सकता है, वाकई चौंकाने वाला है। लेकिन यह जानकारी उन लोगों की मदद कर सकती है जो चोटों के धीमे भरने की समस्या से जूझ रहे हैं।
2025 की एक पीयर-रिव्यू स्टडी “MC1R determines healing outcomes in acute and chronic wound repair” (Nawilaijaroen Y. et al.) ने चौंकाने वाली जानकारी दी। लाल बालों के पीछे जो जीन काम करता है। MC1R, वही जीन चोटों और घावों को भरने में भी बड़ी भूमिका निभाता है। आम तौर पर MC1R शरीर में पिगमेंट बनाता है। यानी काले,भूरे और लाल,पीले रंग का संतुलन। लेकिन ये जीन सिर्फ रंग ही नहीं देता, बल्कि यह इम्यून सिस्टम, त्वचा की मरम्मत और ब्लड वेसल बनने में भी मदद करता है। कमजोर MC1R से घाव देर से भरता है।
स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों या जानवरों में MC1R ठीक से काम नहीं करता, उनके घाव में सूजन ज्यादा देर रहती है,नई त्वचा बनने में दिक्कत होती है, खून की नई नसें ठीक से नहीं बनतीं, घाव बंद होने में देरी होती है। यानी शुरुआती सूजन तो हो जाती है, लेकिन शरीर उसे समय पर “ऑफ” नहीं कर पाता। और जब सूजन टाइम पर नहीं रुकती, तो घाव ठीक होना शुरू ही नहीं हो पाता।
लैब टेस्ट में जिन जानवरों में MC1R नहीं था, उनके घाव भरने की स्पीड काफी कम थी। लेकिन खास बात यह थी कि जब MC1R को एक्टिव करने वाली एक दवा लगाई गई, तो सूजन कम हुई, खून का बहाव बेहतर हुआ नई त्वचा तेजी से बनने लगी। यह दिखाता है कि फ्यूचर में ऐसे ट्रीटमेंट बन सकते हैं जो जिद्दी और न भरने वाले घावों को भी ठीक कर सकें।
नहीं हर लाल बाल वाले व्यक्ति के घाव धीमे भरेंगे, ऐसा जरूरी नहीं। घाव भरने पर असर डालने वाले कई और कारण हैं उम्र, डाइट, शुगर, डायबिटीज, खून का बहाव, धूम्रपान, इंफेक्शन ये रिसर्च बस यह बताती है कि MC1R में बदलाव होने से शुरुआती स्तर पर अंतर आ सकता है। जो लोग पहले से ही क्रॉनिक घावों (जैसे डायबेटिक अल्सर या प्रेशर सोर) के खतरे में हैं, उनके लिए यह फर्क ज्यादा मायने रख सकता है।
अगर डॉक्टर MC1R को एक्टिव करने वाली दवाएं सुरक्षित तरीके से विकसित कर पाते हैं, तो घाव तेजी से भरेंगे, सूजन समय पर रुकेगी, टिश्यू बेहतर रीजनरेट होगा यानी फ्यूचर में जीन आधारित वाउंड-केयर एक बड़ा टूल बन सकता है।
Published on:
05 Dec 2025 11:50 am
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