
ICMR Sero Survey: कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में फिर से वृद्धि देखने को मिल रही है। सरकार द्वारा तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखते हुए, एहतियात के तौर पर हरसंभव तैयारियां की जा रही है। ऐसे में केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जरुरी सलाह दी है कि वे भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के परामर्श से सभी जिलों में सीरो सर्वेक्षण जरूर करें। जिससे स्थानीय स्तर पर 'सीरोप्रीवैलेंस' का आंकड़ा तैयार किया जा सके। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों / प्रधान सचिवों / सचिवों (स्वास्थ्य) को पत्र भी लिखा गया है।
देश में विभिन्न राज्यों के कुल 70 जिलों में ICMR द्वारा किए गए राष्ट्रीय सीरो सर्वे के निष्कर्षों को मंत्रालय ने साझा किया। आंकड़ों पर नजर डालें तो देखेंगे कि टीकाकरण में अव्वल राज्य केरल सबसे सबसे पिछड़ा हुआ है। मध्य प्रदेश में सर्वेक्षण की गई आबादी में सीरोप्रीवैलेंस सबसे ज्यादा है। कोरोना एंटीबाडी के मामले में राजस्थान की स्थिति भी अच्छी है।
राज्यवार सीरोप्रीवैलेंस की स्थिति
मध्य प्रदेश - 79 प्रतिशत
महाराष्ट्र - 58 प्रतिशत
केरल - 44.4 प्रतिशत
राजस्थान - 76.2 प्रतिशत
बिहार - 75.9 प्रतिशत
गुजरात - 75.3 प्रतिशत
उत्तर प्रदेश -71.0 प्रतिशत
कर्नाटक - 69.8 प्रतिशत
तमिलनाडु - 69.2 प्रतिशत
ओडिशा - 68.1 प्रतिशत
पंजाब - 66.5 प्रतिशत
तेलंगाना - 63.1 प्रतिशत
असम - 50.3 प्रतिशत
पश्चिम बंगाल - 60.9 प्रतिशत
छत्तीसगढ़ - 74.6 प्रतिशत
आंध्र प्रदेश - 70.2 प्रतिशत
इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के चौथे दौर के सीरो सर्वे में अलग-अलग राज्यों की आबादी में एंटीबॉडी की मौजूदगी का ब्यौरा दिया गया है। इस साल जून और जुलाई के बीच क़रीब 29 हज़ार लोगों पर यह सर्वे किया गया है जो दिखाता है , सर्वे के मुताबिक, भारत की एक तिहाई आबादी में कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ एंटीबॉडी मौजूद है।
Published on:
30 Jul 2021 11:10 am
बड़ी खबरें
View Allस्वास्थ्य
ट्रेंडिंग
लाइफस्टाइल
