
Eat Fermented Foods Every Day : किण्वन (Fermentation) एक प्राचीन तकनीक है, जो खाद्य पदार्थों को संरक्षित करने और उनके स्वाद को बेहतर बनाने के लिए उपयोग की जाती है। दुनिया भर में कई प्रकार के किण्वित खाद्य पदार्थ खाए जाते हैं, जैसे दही, इडली, डोसा, अचार, कोरियाई किमची, और शराब।
लेकिन क्या आपको हर दिन किण्वित (Fermentation) खाद्य पदार्थ खाने चाहिए? इस सवाल का जवाब देने के लिए हमने नोएडा स्थित NIIMS मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की डाइटीशियन डॉ. प्रीति नगर से बातचीत की।
किण्वन (Fermentation) एक जैविक प्रक्रिया है जिसमें बैक्टीरिया, यीस्ट (खमीर), या फफूंद (मोल्ड) जैसे सूक्ष्मजीव कार्बोहाइड्रेट को अल्कोहल, अम्ल (एसिड), और गैसों में तोड़ते हैं। इससे भोजन का स्वाद, सुगंध और संरचना बदल जाती है और उसकी शेल्फ लाइफ भी बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, दही में बैक्टीरिया दूध की शर्करा को लैक्टिक एसिड में बदलते हैं, जिससे दही गाढ़ा और खट्टा हो जाता है।
माइक्रोबियल बायोटेक्नोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, किण्वित खाद्य पदार्थों में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो आंत के लिए फायदेमंद होते हैं। ये अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाते हैं, पाचन में सुधार करते हैं और प्रतिरक्षा तंत्र (इम्यून सिस्टम) को मजबूत बनाते हैं।
रोजाना किण्वित खाद्य पदार्थों का सेवन आंतों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।" खासतौर पर, दही, इडली, डोसा और अचार जैसे भारतीय खाद्य पदार्थ प्रोबायोटिक्स से भरपूर होते हैं, जो पाचन में सुधार करते हैं।
ये कब्ज, अपच, और गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
तो उत्तर है-हां, आप रोजाना किण्वित खाद्य पदार्थ खा सकते हैं, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।
भले ही किण्वित खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं, लेकिन इनका अत्यधिक सेवन कुछ समस्याएं पैदा कर सकता है।
किसी भी चीज़ की अधिकता अच्छी नहीं होती, और यह किण्वित खाद्य पदार्थों पर भी लागू होता है। अधिक सेवन करने पर समस्याएं हो सकती हैं:
गैस और अपच: अधिक प्रोबायोटिक्स लेने से कुछ लोगों को पेट फूलने (ब्लोटिंग) और गैस की समस्या हो सकती है।
हिस्टामिन स्तर में वृद्धि: कुछ लोगों को किण्वित खाद्य पदार्थों से एलर्जी हो सकती है, जिससे सिरदर्द या स्किन रिएक्शन हो सकते हैं।
अधिक नमक (सोडियम) की समस्या: अचार और कुछ प्रकार के किमची में नमक की मात्रा अधिक होती है, जो उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है।
इसलिए, संतुलित मात्रा में इनका सेवन करना सबसे अच्छा तरीका है।
हर किसी के लिए किण्वित खाद्य पदार्थ लाभकारी नहीं होते। कुछ लोगों को इनसे समस्या हो सकती है:
हिस्टामिन (Histamine Intolerance): जिन लोगों को यह समस्या होती है, उन्हें किण्वित खाद्य पदार्थों से एलर्जी या सिरदर्द हो सकता है।
इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) के मरीज: कुछ किण्वित खाद्य पदार्थों में FODMAPs (एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट) अधिक होते हैं, जो IBS के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं।
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग: कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्तियों को बिना डॉक्टर की सलाह के किण्वित खाद्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए, क्योंकि इनमें जीवित बैक्टीरिया होते हैं, जो हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं होते।
रोजाना संतुलित मात्रा में किण्वित खाद्य ((Fermented foods) पदार्थों का सेवन आपकी आंतों के लिए फायदेमंद हो सकता है। ये पाचन सुधारते हैं, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं और पोषण को बढ़ाते हैं। लेकिन, अत्यधिक सेवन करने से गैस, एलर्जी, और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
इसलिए, संयमित मात्रा में और अपनी व्यक्तिगत सेहत को ध्यान में रखते हुए इनका सेवन करें। यदि कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा रहेगा।
अस्वीकरण: यह सामग्री और इसमें दी गई सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी योग्य चिकित्सकीय सलाह का स्थान नहीं लेती। हमेशा अधिक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श करें। patrika.com इस जानकारी के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है।
Published on:
27 Jan 2025 11:16 am
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