
Side effects of white sesame
Side effects of white sesame : सर्दियों का मौसम आते ही लोग सफेद तिल से बने गजक, लड्डू और पट्टी जैसे स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेना शुरू कर देते हैं। आयुर्वेद में सफेद तिल को ऊष्मा बढ़ाने वाला और सेहत के लिए फायदेमंद माना गया है। लेकिन, इसका सेवन हर किसी के लिए लाभकारी नहीं होता, खासकर उनके लिए जिनका यूरिक एसिड (Uric acid) स्तर पहले से ही बढ़ा हुआ है।
यूरिक एसिड (Uric acid) शरीर में बनने वाला एक विषाक्त पदार्थ है, जो सामान्यतः यूरिन के माध्यम से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब इसका स्तर बढ़ जाता है, तो यह हड्डियों और जोड़ों में क्रिस्टल्स के रूप में जमा हो सकता है। यह स्थिति गाउट (gout) नामक बीमारी का कारण बनती है, जिसमें जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न जैसी समस्याएं होती हैं।
सफेद तिल में प्रोटीन और प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है। प्यूरीन के अधिक सेवन से शरीर में यूरिक एसिड (Uric acid) का स्तर बढ़ सकता है।
सावधानी ही है समाधान
सफेद तिल के फायदे जरूर हैं, लेकिन हर चीज का संतुलित मात्रा में सेवन ही लाभकारी होता है। यूरिक एसिड (Uric acid) के मरीजों को खासतौर पर सर्दियों में अपने खानपान को लेकर सतर्क रहना चाहिए। सही जीवनशैली और नियमित दिनचर्या अपनाकर आप इस समस्या से बच सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
सर्दियों में शरीर को गर्म रखने वाले खाद्य पदार्थ जरूर खाएं, लेकिन समझदारी के साथ। अगर आपको यूरिक एसिड (Uric acid) से जुड़ी समस्या है, तो डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से सलाह लेना न भूलें।
Published on:
07 Dec 2024 10:47 am
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