
बैठे बैठे सो जाना (photo- freepik)
Sleep Disorders Symptoms: अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ लोग बैठे-बैठे अचानक झपकी लेने लगते हैं या बिना किसी कारण के नींद आ जाती है। इस समस्या को लेग सामान्य थकान या काम का बोझ से जोड़ते हैं, लेकिन बार-बार बैठे-बैठे नींद आना किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। डॉक्टरों के अनुसार शरीर का ऐसे अनियंत्रित रूप से नींद की ओर झुकना स्लीप डिसऑर्डर या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हो सकता है। तो आइए डॉ. हिमांशु गुप्ता (MBBS, MD, FCCS-USA, CCEBDM सीनियर इमरजेंसी फिजिशियन से जानते हैं इसकी वजह।
सबसे पहले तो यह समझना जरूरी है कि बैठे-बैठे सो जाना हर बार बीमारी का लक्षण नहीं होता। अगर आपने लगातार कई दिनों तक कम नींद ली है, काम का दबाव ज्यादा है या शरीर थका हुआ है, तो नींद कभी भी आ सकती है। लेकिन अगर पर्याप्त नींद लेने के बाद भी यह समस्या बनी रहती है, तो यह चेतावनी का संकेत हो सकता है।
स्लीप एपनिया (Sleep Apnea): इसमें नींद के दौरान सांस बार-बार रुक जाती है। इसकी वजह से नींद पूरी नहीं हो पाती और दिन में बैठे-बैठे नींद आने लगती है।
नार्कोलेप्सी (Narcolepsy): यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है जिसमें व्यक्ति किसी भी समय अचानक सो सकता है।
थायरॉइड की समस्या: थायरॉइड हॉर्मोन असंतुलन भी शरीर में थकान और अत्यधिक नींद का कारण बन सकता है।
डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर: इन बीमारियों में शरीर जल्दी थक जाता है और नींद की समस्या बढ़ जाती है।
डिप्रेशन और मानसिक तनाव: मानसिक स्वास्थ्य भी नींद पर गहरा असर डालता है। स्ट्रेस और डिप्रेशन में लोग बैठे-बैठे भी सो सकते हैं।
अगर आप रोज पर्याप्त नींद ले रहे हैं, फिर भी दिन में बार-बार नींद आने लगती है, ऑफिस या पढ़ाई करते समय झपकी लग जाती है, या वाहन चलाते समय नींद महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है। यह लक्षण आपकी सेहत से जुड़े बड़े खतरे का संकेत हो सकते हैं।
Updated on:
04 Sept 2025 04:39 pm
Published on:
04 Sept 2025 04:26 pm
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