
शरीर के संपूर्ण विकास के लिए प्रोटीन बहुत महत्त्वपूर्ण है। यह मांसपेशियों को मजबूती देता है, लेकिन इसे अधिक मात्रा में लेने से शरीर में कीटोन्स की मात्रा बढ़ जाती है, जो विषैला पदार्थ हैं। कीटोन्स को बाहर निकालने के लिए शरीर को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है।
इस पूरी प्रक्रिया में शरीर से ज्यादा मात्रा में पानी बाहर निकलने से डिहाइड्रेशन भी हो सकता है। इसकी अधिकता से कैल्शियम की कमी होती और इससे हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। कब्ज, पेट में दर्द, जोड़ों में दर्द और किडनी में प्रोटीन आने की समस्या हो सकती है।
अधिक प्रोटीन से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है, जिससे जोड़ों में दर्द हो सकता है। एक वयस्क को रोज उसके वजन जितने ग्राम (60 किग्रा वजन है तो 60 ग्राम) प्रोटीन की जरूरत होती है। हैवी वर्कआउट करने वाले लोगों को वजन से दोगुना (ग्राम) प्रोटीन की जरूरत पड़ती है। प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने के लिए आहार में 30% अंडा, पनीर, नॉनवेज, सोयाबीन, बादाम, अखरोट, दही आदि ले सकते हैं। सीटिंग जॉब वाले कम ही प्रोटीन लें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
05 Oct 2023 03:28 pm
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