ई. एन. टी. का मतलब Ear, Nose और Throat है। और कान, नाक और गले से संबंधित बीमारी को ई. एन. टी. (ENT) रोग कहते हैं।
ईएनटी की समस्या होने पर सत्तू, पुराना चावल, (मूंग, मसूर, अरहर और चने की दाल), अनार, सेब, पपीता, परवल, लौकी, तोरई, करेला, कददू, मौसमी सब्जियां, केला, नारियल और गाय का दूध ले सकते हैं|
ईएनटी की समस्या होने पर नया चावल, मैदा, उड़द की दाल, राजमा, छोले, बैंगन, नींबू, टमाटर, नींबू, खट्टे अंगूर, आलू, कटहल, अरबी, पनीर, चटनी, ज्यादा तीखा भोजन नहीं खाना चाहिए|
सख्त मना(Strictly Prohibited): तैलीय मसालेदार भोजन, अचार, अधिक तेल, अधिक नमक, कोल्डड्रिंक्स, मैदे वाले फ़ूड, शराब, फास्ट फूड, सॉफ्ट ड्रिंक्स, जंक फ़ूड, पैक्ड फ़ूड, मांसहार, मांसहार सूप।
रोजाना टहलें, हल्का व्यायाम करें, रात को जागे नहीं, टॉयलेट आने पर रोके नहीं| ऐसी कुछ बातों को रोजाना फॉलो करें| ई. एन. टी. रोग में ध्यान रखने वाली बातें (Points to be Remember in ENT Disease)
2) तीन से चार बार भोजन जरूर करें।
3) हफ्ते में एक बार उपवास करें।
4) भोजन को अच्छी तरह से चबाकर धीरे–धीरे खायें।
5) भोजन करने के बाद 3-5 मिनट टहलें।
6) सुबह जल्दी उठें (5:30 – 6:30 am)
7) रोज दो बार दांत साफ करें
8) रात में जल्दी सोएं (9-10 PM)
योगा और प्राणायाम: कपालभांति, बाह्यप्राणायाम, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, उदगीथ, उज्जायी, प्रनव जप।
आसन: गोमुखासन, पश्चिमोत्तानासन, भुजंगासन, मर्कटासन। यह भी पढ़ें- Health Benefits of Orange Peel: संतरे के छिलके के अद्भुत स्वास्थय लाभ