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Blind from birth : जन्म से अंधे लोगों के मस्तिष्क में अनोखा कनेक्टिविटी पैटर्न मिला

Blind from birth : अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में न्यूरोसाइंस के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक शोध में पता चला है कि जन्म से अंधे लोगों में प्राइमरी विजुअल कॉर्टेक्स में बिल्कुल अलग कनेक्टिविटी पैटर्न विकसित होते हैं

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Unique connectivity pattern in the brains of people born blind: Georgetown University study

Unique connectivity pattern in the brains of people born blind: Georgetown University study

Blind from birth : अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में न्यूरोसाइंस के क्षेत्र में हाल ही में एक महत्वपूर्ण खोज की गई है। इस शोध में पता चला है कि जन्म से अंधे (Blind from birth) व्यक्तियों में प्राइमरी विजुअल कॉर्टेक्स में एक विशेष कनेक्टिविटी पैटर्न विकसित होता है, जो उनके फिंगरप्रिंट की तरह विशिष्ट और स्थिर होता है।

विजुअल कॉर्टेक्स की विशेषता

प्राइमरी विजुअल कॉर्टेक्स मस्तिष्क का वह क्षेत्र है जो देखने की क्षमता में अहम भूमिका निभाता है। इस शोध में जन्मांध (Blind from birth) व्यक्तियों में इस क्षेत्र के कनेक्टिविटी पैटर्न की विशिष्टता को दर्शाया गया है। दृष्टि वाले लोगों के मुकाबले, अंधे व्यक्तियों के कनेक्टिविटी पैटर्न में भिन्नता और व्यक्तिगत स्पर्श देखा गया है।

शोध के प्रमुख निष्कर्ष

लेनिया एमरल और एला स्ट्रीम-अमित के नेतृत्व में किए गए इस शोध में दो वर्षों तक अंधे लोगों के फंक्शनल एमआरआई स्कैन का विश्लेषण किया गया। शोध से पता चला कि इन व्यक्तियों की कनेक्टिविटी पैटर्न में निरंतरता बनी रहती है, चाहे वे आवाजों को पहचानने का काम करें या आकृतियों की पहचान करें।

शोध का महत्व

एमरल ने इस बात पर जोर दिया कि इन कनेक्टिविटी पैटर्न में कार्य के आधार पर कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं हुआ, जिससे इन तंत्रिका कनेक्शनों की विशिष्टता और स्थिरता को रेखांकित किया जा सकता है। वहीं, स्ट्रीम-अमित ने कहा कि दृष्टि वाले व्यक्तियों में विजुअल कॉर्टेक्स कनेक्टिविटी में इस स्तर की भिन्नता नहीं देखी जाती। जन्म से अंधे लोगों के कनेक्टिविटी पैटर्न एक व्यक्तिगत फिंगरप्रिंट की तरह होते हैं जो समय के साथ स्थिर रहते हैं।

मस्तिष्क विकास और प्लास्टिसिटी

शोध के निष्कर्षों से यह स्पष्ट होता है कि जन्म के बाद के अनुभव मस्तिष्क के विकास को प्रभावित करते हैं, विशेष रूप से उन व्यक्तियों में जो बिना दृष्टि के बड़े होते हैं। मस्तिष्क की प्लास्टिसिटी विजुअल कॉर्टेक्स के विभिन्न तरीकों से इस्तेमाल को संभव बनाती है।

भविष्य की दिशा और सलाह

शोध से यह भी स्पष्ट होता है कि रिहैबिलिटेशन और दृष्टिहीनता के इलाज के दौरान प्रत्येक व्यक्ति की कनेक्टिविटी को समझना और उसके अनुसार समाधान विकसित करना महत्वपूर्ण है। यह अनोखा कनेक्टिविटी पैटर्न न केवल मस्तिष्क के विकास को समझने में मदद करता है बल्कि प्रभावी उपचार के लिए नई दिशाएँ भी प्रदान करता है।