Walking benefits for memory : व्यायाम से 24 घंटे तक रह सकता है लाभ
लंदन के यूनिवर्सिटी कॉलेज (यूसीएल) के वैज्ञानिकों ने पाया कि 50 से 83 वर्ष की आयु के लोग मध्यम से तीव्र शारीरिक गतिविधियां करने के अगले दिन तक बेहतर याददाश्त का अनुभव कर सकते हैं।कैसे होता है मस्तिष्क पर असर?
डॉ. मिकाएला ब्लूमबर्ग के नेतृत्व में किए गए इस शोध के अनुसार, शारीरिक गतिविधि के दौरान मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बढ़ता है। यह नोरएपिनेफ्रीन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर के स्राव को उत्तेजित करता है, जो स्मृति और संज्ञानात्मक कार्यों को बेहतर बनाने में मदद करता है।पहले यह माना जाता था कि व्यायाम का प्रभाव कुछ घंटों तक सीमित रहता है। लेकिन अब, नए शोध से पता चला है कि इसके लाभ अगले दिन तक भी महसूस किए जा सकते हैं।
नींद और स्मृति का संबंध
शोध में गहरी नींद को भी याददाश्त सुधारने में महत्वपूर्ण पाया गया। पर्याप्त नींद लेना, विशेष रूप से गहरी नींद, मस्तिष्क को पुनर्जीवित करने और स्मृति को मजबूत बनाने में मदद करता है।शोध में क्या निकला?
76 पुरुषों और महिलाओं के डेटा का अध्ययन किया गया, जिन्होंने आठ दिनों तक गतिविधि ट्रैकर पहना और हर दिन संज्ञानात्मक परीक्षणों में भाग लिया।शोध में देखा गया कि तेज चलने, डांस करने या सीढ़ियां चढ़ने जैसी गतिविधियों ने उनकी स्मृति को तुरंत और लंबे समय तक बेहतर बनाया। वहीं, निष्क्रियता ने विपरीत प्रभाव डाला।
बुजुर्गों के लिए व्यायाम क्यों है जरूरी?
याददाश्त में सुधार: नियमित शारीरिक गतिविधि दिमाग को सक्रिय रखती है।मूड में सुधार: व्यायाम मूड को 24 घंटे तक बेहतर बना सकता है।
स्वस्थ जीवनशैली: तेज चलने या हल्के व्यायाम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।