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बिना खाए-पिए 11 दिनों तक लगातार उड़ता रहा ये पक्षी, 13000 किलोमीटर उड़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करा चुका है अपना नाम

आपने लोगों को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाते तो जरूर देखा होगा, मगर क्या आपने कभी एक पक्षी को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाते देखा है। दरअसल, एक पक्षी ने 11 दिनों में 13560 किलोमीटर की नॉन-स्‍टॉप उड़ान भरकर रिकॉर्ड बनाया है। इस पक्षी ने अलास्का से ऑस्ट्रेलियाई राज्य तस्मानिया तक का सफर पूरा किया और वर्लड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है।

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Archana Keshri

Jan 06, 2023

Bird flies from Alaska to Australia non-stop, surpasses Guinness world record

Bird flies from Alaska to Australia non-stop, surpasses Guinness world record

कई पक्षी बदलते मौसम से बचने और भोजन तलाश करने के लिए एक जगह से दूसरी जगह उड़ते रहते हैं। इनमें कुछ पक्षी ऐसे भी होते हैं, जो बगैर रुके लंबे समय तक उड़ान भरते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक पक्षी एसा भी मौजूद है जो बिना खाए-पिए लगातार 11 दिनों तक 13000 किलोमीटर उड़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुका है। इस पक्षी का नाम बार-टेल्ड गॉडविट है, जिसकी उम्र महज 5 महीने है। इसने 11 दिनों तक लगातार उड़ान भरी और 13,560 किलोमीटर की यात्रा कर अलास्का से तस्मानिया पहुंच गया। इसकी पुष्टि 5G सैटेलाइट टैग से हुई, जो पक्षी के शरीर में लगाया गया था ताकि उसे ट्रैक किया जा सके।

11 दिनों में तय की लम्बी दूरी
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक, इस पक्षी ने 13 अक्टूबर को अलास्का से अपना सफर शुरू किया था, जो 24 अक्टूबर को यानि 11 दिन बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्वोत्तर तस्मानिया में स्थित एन्सन्स बे में उतरा था। यह पहला मौका नहीं है, जब इस पक्षी ने रिकॉर्ड बनाया है। पिछले साल भी इसने ऐसी जी लम्‍बी दूरी तय करके चौंकाया था। वहीं, इससे पहले अधिक लंबी दूरी तक उड़ान का पिछला रिकॉर्ड भी इसी प्रजाति के एक दूसरे पक्षी के नाम था, जो उसने 2020 में बनाया था।

सफर के दौरान वजन हो गया था आधा
बर्डलाइफ तस्मानिया के एक एक्सपर्ट के अनुसार, 13,560 किलोमीटर का सफर करने के दौरान बार-टेल्ड गॉडविट के शरीर का वजन आधा या उससे भी कम हो गया था। वह यह उड़ान खतरे से खाली नहीं थी, क्‍योंकि यह प्रजाति पानी पर उतरने में असमर्थ है। अगर कोई गॉडविट पानी पर उतरता है, तो वह मर जाता है। वहीं, सफर के दौरान अगर यह पक्षी थकने की वजह से पानी में गिर जाता या खराब मौसम की वजह से समुद्री रास्ते से आगे नहीं बढ़ पाता तो उसकी जान नहीं बचती।

उड़ान पूरी करने के बाद हासिल कर लेते हैं अपना वजन
हालांकि, उड़ान पूरी करने के बाद यह पक्षी अपना वजन दोबारा हासिल कर लेता है। ऑस्ट्रेलिया के तटीय और मीठे पानी के वेटलैंड्स इन प्रवासी बर्ड्स के लिए आराम करने और भोजन के क्षेत्र हैं। सर्दियों के मौसम में यह यूरोप से लेकर अफ्रीका और ऑस्‍ट्रेलिया में अपने दिन बिताते हैं।

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शरीर की बनावट की मदद से तय करते हैं लम्बी दूरी
ऐसे में सवाल उठता है कि इन पक्षियों में ऐसा क्या खास होता है जो बिना खाए-पिए और बिना रुके इतनी लम्बी दूरी तय कर लेते हैं। गॉडविट खासतौर पर अलास्‍का में पाई जाती है। लेकिन माइग्रेशन के लिए ऑस्‍ट्रेलिया और न्‍यूजीलैंड की तरफ उड़ान भरती है। इसका वजन 230 से 450 ग्राम तक होता है। इसकी लम्‍बाई करीब 37 से 49 सेंटीमीटर होती है। इसकी लम्‍बाई और शरीर की बनावट ही इसकी खूबी होती है। वहीं, इसके पंखों की चौड़ाई 70 से 80 सेंटीमीटर होती है।

उड़ान के दैरान सिकोड़ लेते हैं अपना शरीर
वैज्ञानिकों के अनुसार, जब यह चिड़ि‍या उड़ान भरती है तो शरीर के अंगों को इतना सिकोड़ लेती है कि उड़ान के समय में इसका शरीर बेहद पतला हो जाता है, इससे यह तेज उड़ान भर पाती है। इसका शरीर एक जेट फाइटर की तरह है। लम्‍बे और किनारे से नुकीले पंख ही इसे लम्‍बी दूरी तय करने में मदद करते हैं। वहीं, ये पक्षी एक घंटे में लगभग 56 किलोमीटर की रफ्तार से उड़ान भरने में समर्थ होते हैं।

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