24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भूखे कुत्तों को Biscuit खिला दिल जीत रही है महिला पुलिसकर्मी, सोशल मीडिया पर मिली खूब वाहवाही

चेन्नई ( Chennai ) की एक महिला पुलिसकर्मी सुभालक्ष्मी हर रोज रात को कुत्तो ( Dogs ) को बिस्कुट ( Biscuit ) खिलाकर उनका पेट भरती हैं।

2 min read
Google source verification

image

Piyush Jayjan

May 21, 2020

Street Dog

Street Dog

नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( Coronavirus ) की वजह से दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन किया गया है। इस लॉकडाउन में सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है उन लोगों को हो रही है जो दिहाड़ी मजदूरी कर जैसे-तैसे अपने परिवार का पेट पालते है।

हर रोज खबरों में किसी न किसी आदमी की बेबसी की कहानी पढ़कर दिल मायूस हो जाता है। कुछ ऐसा ही हाल बेजुबान जानवरों ( Animals ) का भी हो गया है। लॉकडाउन ( Lockdown ) में सड़कों, गलियों में लोगों की आवाजाही कम हो जाने की वजह से कुत्तों के सामने खाने की समस्या खड़ी हो गई है।

गांव की सड़कों को ‘ऑल वेदर’ के मुफीद बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे जूट और नारियल

इस बीच कई लोग इनकी मदद भी कर रहे हैं। चेन्नई ( Chennai ) की एक महिला पुलिसकर्मी सुभालक्ष्मी रोज रात को 11 बजे के करीब कुत्तो को बिस्कुट खिलाकर उनका पेट भरती हैं। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस सुभालक्ष्मी ने बताया कि उन्हें इस नेक काम के लिए अपनी बेटी से प्रेरणा मिली।

दरअसल, जब साल 2015 में बाढ़ आई थी तो उनकी बेटी की कई कुत्तों की जान बचाई थी। उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इन कुत्तों को खाना भी खिलाया था। पुलिस स्टेशन्स के बाहर कुत्तों के लिए पानी भरकर रखवाया, और कई पुलिस स्टेशन्स के बाहर उनको खाना भी डाला जाने लगा।

सुभालक्ष्मी ये नेक काम हर रोज अपनी ड्यूटी ( Duty ) से घर जाते वक्त करती हैं। वो 24 मार्च से इन कुत्तों को बिस्कुट खिला रही हैं, ताकि ये भूखे ने रहे। सुभालक्ष्मी कहती हैं, ‘मैं घर जाने से पहले इनको खाना खिलाती हूं। मैं कोशिश करती हूं कि कोई भी कुत्ता भूखा ना रहे।

चमगादड़ से Coronavirus इंसान में कैसे पहुंचा? इस गुत्थी को सुलझाने में जुटे वैज्ञानिक

सड़क पर जो भी कुत्ता सुभालक्ष्मी को बीमार दिखता है, वो उसकी फोटो ( Photo ) क्लिक कर अपनी बेटी को भेज देती है। वो डॉक्टर्स की मदद से उनका ट्रीटमेंट करवाती है। वो सिर्फ कुत्तों को खाना देकर ही खुश नहीं होती बल्कि उसे कुत्तों से अलग ही किस्म का लगाव है जो इंसान और जानवर के तालमेल की कहानी बयां करता है।