
खीरा और ककड़ी दुनियाभर में सबसे अधिक उगाई जाने वाली सब्जियों में चौथे स्थान पर आती हैं। इनमें टारटरेट एसिड नामक ऐसा तत्व पाया जाता है जो शरीर में एनर्जी का स्तर बढ़ाने के साथ वजन घटाने में भी सहायक होता है।
खीरे और ककड़ी में पाया जाने वाला टारटरेट एसिड शरीर में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स को ऊर्जा में परिवर्तित करने में सहायता करता है जिससे कार्बोहाइड्रेडट्स कोशिकाओं में फैट के रूप में जमा नहीं हो पाते हैं। इसके अलावा खीरा व ककड़ी अनेक साधारण और गंभीर बीमारियों से बचाव में भी सहायक होती हैं। भरपूर पोषक तत्वों की उपस्थिति के कारण हैल्थ एक्सपर्ट इन्हें सुपर फूड यानी सर्वोत्तम आहार की श्रेणी में रखते हैं।
खाने के अलावा खीरे का उपयोग किचन में सिंक साफ करने, स्टील बर्तनों पर दाग हटाने, पेन का लिखा मिटाने और जूते पॉलिश करने तक में किया जाता है। तासीर ठंडी होने की वजह से इसे ब्यूटी पार्लर में भी काम में लिया जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक खीरे में 96 प्रतिशत मात्रा पानी की होती है जो प्राकृतिक रूप से शुद्ध होता है।
खीरे और ककड़ी में विटामिन बी, बी-2, बी-3, बी-5 और बी-6 के अलावा विटामिन सी, फॉलिक एसिड, कैल्शियम, आयरन, मैगनीशियम, फास्फोरस, जिंक व अन्य मिनरल्स जैसे पोषक तत्व होते हैं। इनमें प्रचुर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं जो हमारे शरीर के रोग प्रतिरोधी तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं।
सिरदर्द में उपयोगी
सुबह उठने पर सिर में दर्द या खुमारी की शिकायत हो तो सोने से पहले खीरा खाएं। इसमें विटामिन बी, शुगर और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो सिरदर्द व खुमारी से उबरने में मदद करते हैं। भरपूर मात्रा में पानी होने के कारण यह गर्मी में लू व तेज बुखार में शरीर के तापमान को संतुलित रखता है।
कैंसररोधी है खीरा
खीरे में ‘साइकोइसोल एरीक्रिस्नोल’, ‘लैरीक्रिस्नोल’ और ‘पाइनोरिस्नोल’ तत्व होते हैं जो कैंसर की रोकथाम में कारगर पाए गए हैं।
सांस की बदबू से राहत
‘फाइटोकैमिकल’ से मुंह की दुर्गंध कम होती है। एक टुकड़ा मुंह के ऊपरी हिस्से में रोके रखें।
स्किन के लिए लाभकारी
‘सीलिशिया’ बालों और नाखूनों में चमक लाता है व इन्हें मजबूत करता है। ‘सल्फर’ और ‘सीलिशिया’ के कारण बाल तेजी से बढ़ते हैं। नियमित खाने से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं।
वजन घटाता है
खीरे में पानी ज्यादा और कैलोरी कम होती है। 100 ग्राम खीरे में 54 कैलोरी ऊर्जा होती है। इसलिए इसे खाने से वजन नहीं बढ़ता। इसमें फाइबर इरेप्सिन एंजाइम होते हैं जो खाना पचाने में मददगार होते हैं।
एसिडिटी में ठंडक
खीरा शरीर के अंदर और बाहर ठंडक पहुंचाता है। खीरा खाने से ‘एसिडिटी’ (हार्टबर्न) में राहत मिलती है साथ ही सूर्य की गर्मी से झुलसी त्वचा पर खीरा लगाने से आराम मिलता है।
Published on:
04 Dec 2020 06:57 pm
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