
Coronavirus: How to protect your health
नई दिल्ली। दुनिया में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस ( coronavirus ) को अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) भी महामारी घोषित तक कर चुका है। कोरोनोवायरस प्रकोप के तेजी से प्रसार को रोकने के लिए दुनिया भर के देश अपनी सीमाओं को बंद कर रहे हैं और शहरों को पूरी तरह लॉकडाउन कर रहे हैं।
कोरोना के महामारी घोषित होने के बाद तमाम देशों की सरकारों पर भी यह दबाव बढ़ गया है कि आखिर इस बिमारी से निपटने के लिए किस तरह के उचित कदम उठाए जाए। जिससे आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सकें और दुनिया भर के लोगों का जनजीवन अब और ज्यादा प्रभावित न हो।
खुद की सुरक्षा कैसे करें
अगर किसी भी शख्स को खांसी है या फिर वो छींक रहा है तो उससे एक मीटर की दूरी बनाकर रखें और साथ ही अपने हाथों को बार-बार धोएं ताकि इस वायरस के फैलने के खतरें को कम किया जा सकें। खांसते या छींकते समय अपने चेहरे को ढक लें। इसके साथ ही गंदे हाथों से अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें।
वैज्ञानिकों के मतानुसार एक स्वस्थ व्यक्ति को हवाई वायरस से बचाने में फेस मास्क की प्रभावशीलता पर थोड़ा संदेह जताते हुए कहा कि मास्क संक्रमण को रोकने में ज्यादा कारगर नहीं हैं। क्योंकि मास्क ( Mask ) ढीले होते हैं, वे पूरी तरह से किसी वायरस को रोक नहीं सकते हैं।
हालांकि इस बीच कई देशों ने लोगों को कम से कम दो सप्ताह के लिए घर के अंदर की हिदायत दी है, साथ ही सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगाने और स्कूलों को बंद करने सहित कई व्यापक सामाजिक सुधार उपायों को लागू करने की भी सलाह दी गई है।
इन सबके बावजूद एक दिक्कत ये भी आ रही है कि जैसे-जैसे कोरोना के मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे नए कोरोनोवायरस के बारे में अफवाहें भी तेजी से फैल रही हैं। इसलिए इस बीमारी के प्रकोप से जुडी़ इन सभी अफवाहों और भ्रांतियों को दूर करना भी जरूरी हैं।
किसे कोरोना होना का खतरा ज्यादा है?
डब्ल्यूएचओ के अनुसार इसका सबसे आम लक्षण बुखार, थकान और एक सूखी खांसी का होना हैं। कुछ रोगियों को दर्द और दर्द, बहती नाक, गले में खराश या दस्त जैसी समस्या भी हो सकती है। अधिकांश संक्रमित लोगों में इस बीमारी के लक्षण पांच से छह दिनों के भीतर दिखने लगते हैं।
वायरस से संक्रमित होने की आशंका पर क्या करें
कई देशों में में इस बीमारी से जुड़े सवालों के जवाब देने के लिए कई हेल्पलाइन नंबर शुरू किए गए है जहां आप फोन कर अपने सवालों को पूछ सकते हैं। जैसे कि इस बीमारी की शंका होने पर जितना संभव हो उतना दूसरों के साथ मिलने से बचें और समय रहते उचित एहतियात बरतें।
फिलहाल अभी तक COVID-19 के लिए कोई टीका और कोई दवा नहीं है। हालांकि कुछ पारंपरिक या घरेलू उपचार बीमारी के लक्षणों को कम कर सकते हैं और इनमें आराम दे सकते हैं, अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मौजूदा दवा WHO के अनुसार इसे रोक या ठीक कर सकती है।
कैसे खुद को करें क्वारंटाइन/लॉकडाउन
क्वारंटाइन का मतलब है कि आप घर पर अपने आप को दूसरे लोगों से बिलुकल अलग कर लें। अगर आपको कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदेह है या फिर सर्दी-जुकाम हुआ है तो आप एक कमरे में अपने आप को अलग कर लें। इससे आपके परिवार में किसी को वायरस नहीं फैलेगा।
क्वारंटाइन के लिए एक हवादार कमरा हो, जिसमें टॉयलेट भी होना चाहिए। अगर उस कमरे के पास कोई अन्य परिजन हो, तो उससे दूरी बनाकर रखें। इसके साथ ही खासकर घर के अन्य बुजुर्गों, गर्भवतियों और बच्चों से दूर रहें। क्वारंटाइन के लिए कम से कम 14 दिनों की सिफारिश की जाती है।
डॉक्टर की सलाब के बगैर दवाइ लेने से करें परहेज
फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने शनिवार को ट्विटर पर कहा कि दर्द से राहत के लिए पेरासिटामोल लेना बेहतर है। वहीं कुछ दवाएं ऐसी भी है जिनके गंभीर परिणा भुगतने पड़ सकते है। वेरान ने कहा, "एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे कि आईबुप्रोफेन, कोर्टिसोन का सेवन संक्रमण को बढ़ाने में एक कारक हो सकता है।
अगर बुखार हो तो सिर्फ पैरासिटामोल लें। यदि आप पहले से ही एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं ले रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। जबकि कुछ अन्य दवाओं को संक्रामक बीमारियों वाले लोगों के लिए जोखिम माना जाता है क्योंकि वे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया को कम करते हैं।
Published on:
16 Mar 2020 12:40 pm
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