निर्भया के दोषियों को फांसी देने से पहले जेलर लगाएंगे अपने ऑफिस की तरफ दौड़, इसके पीछे की ये है वजह
कैसी दिखती है फांसी की कोठरी
जेल के एक अधिकारी के मुताबिक, निर्भया के 3 दोषियों को जेल नंबर 2 और एक को जेल नंबर 4 में रखा गया है। वहीं तिहाड़ में फांसी का तख्ता जेल नंबर 3 में मौजूद है। ये वहीं जगह है जहां आतंकवादी अफजल गुरू को रखा गया था। यहां फांसी की कोठरी से लगते हुए ही 16 हाई रिस्क सेल हैं और लगभग 50 स्कवॉयर मीटर जगह में फांसी की कोठरी बनाई गई है। इसके गेट पर हमेशा ताला लगा रहता है। फांसी कोठरी में अंदर जाते ही यानि लेफ्ट साइड में फांसी का तख्ता है। इसमें फांसी देने वाले प्लेटफॉर्म के नीचे एक बेसमेंट बनाया गया है। बेसमेंट में जाने के लिए लगभग 20 सीढ़ियां हैं, जिनसे नीचे उतरकर फांसी पर लटकाए गए कैदी का शव बाहर निकाला जाता है। साथ ही फांसी कोठरी के ऊपर कोई छत भी नहीं है।
यहां होगी फांसी
निर्भया ( Nirbhaya Case ) के चारों दोषियों मुकेश, विनय शर्मा, अक्षय सिंह और पवन गुप्ता को जेल नंबर 3 में फांसी दी जाएगी। जेल अधिकारी के मुताबिक इसी जेल में इन चारों को 22 जनवरी की सुबह फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा। वहीं इन दोषियों को फांसी देने के लिए उत्तर प्रदेश के मेरठ से जल्लाद आएगा क्योंकि तिहाड़ में फिलहाल कोई जल्लाद मौजूद नहीं है। वहीं पवन ने कहा कि मैं इन चारों दोषियों को फांसी देने के लिए तैयार हूं। जैसे ही आदेश मिलता है मैं वहां निश्चित रूप से जाऊंगा। ये फैसला मुझे और निर्भया के माता-पिता को राहत देगा।