16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प भारत क्या आए, लंगूरों को भी देनी पड़ गई ड्यूटी

आगरा ( Agra ) शहर के जिस रास्ते से डॉनाल्ड ट्रंप ( Donlad Trump ) होकर गुजरे उस रास्ते पर पांच लंगूरों की तैनाती की गई थी।

2 min read
Google source verification
Langurs deployed for trump security

Langurs deployed for trump security

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ( Donald Trump ) की भारत यात्रा इस वक़्त काफी चर्चा में है। ट्रंप अपनी दो दिवसीय यात्रा के लिए भारत दाैरे पर हैं। गुजरात ( Gujrat ) में ट्रंप के लिए खास नमस्ते ट्रंप का आयोजन किया गया था। इसके बाद ट्रंप आगरा के ताजमहल ( Tajmahal ) का दीदार करने पहुंचे।

ट्रम्प की सुरक्षा के लिहाज में भारत में कड़े बंदोबस्त किए गए है। अमेरिकी राष्ट्रपति ( US President ) की निगरानी के लिए सिक्योरिटी के कई दस्ते बनाए गए है। लेकिन दिलचस्प बात ताे यह है आगरा में ट्रंप की सुरक्षा के लिए पांच लंगूरों ( Langurs ) ने भी कमान संभाली हुई थी।

1 साल के बच्चे के साथ ट्रम्प की सुरक्षा में तैनात है महिला कांस्टेबल, सोशल मीडिया पर लोगों ने की खूब तारीफ

दरअसल आगरा ( Agra ) शहर में बंदरों का आतंक हमेशा ही बना रहता है। वहीं ताजमहल के पास तो बंदर और भी उत्पात मचाने के लिए पहचाने जाते है। इसलिए यहां के स्थानीय लोग बंदरों की से वजह से काफी परेशान रहते है। ऐसे में ट्रंप की सुरक्षा में आगरा प्रशासन ने बंदरों से निपटने के लिए लंगूरों को तैनात किया था।

आगरा में जिस रास्ते ( Road ) से ट्रंप होकर गुजरे उस रास्ते पर पांच लंगूरों पर मुस्तैद थे। ये लंगूर बंदरों को डराने के लिए खड़े किए गए थे। अक्सर देखा जाता है कि बंदर लंगूरों से डरकर भाग जाते है। इसलिए बंदरों को दूर रखने के लिए जगह-जगह पर लंगूर की तैनाती की गई।

ट्रंप की सुरक्षा के लिए आगरा को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। एक अनुमान के मुताबिक शहर में लगभग पांच हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। आगरा की हर एक गली, मोहल्ला और सड़क तब तक हथियारबंद जवानों की कड़ी निगरानी में रहा जब तक ट्रम्प आगरा में रहे।

डॉग को बनाया गया जॉर्जटाउन का मेयर, जज ने दिलाई शपथ

आगरा में पुलिस कर्मी के साथ दस कंपनी पैरा मिलिट्री, पांच कंपनी पीएसी, 250 एनएसजी कमांडों भी ड्यूटी के लिए बुलाए गए थे। फोर्स को ठहराने की जिम्मेदारी थाना प्रभारियों को सौंपी गई थी। वहीं अमेरिकी जवान भी ट्रम्प की सुरक्षा में लगे हुए थे। ट्रंप के चारों तरफ अमेरिकी सुरक्षा कर्मियों का घेरा था।