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मैकेनिक पिता की बेटी ने किया कमाल, हौसलों से भरी है सुनीता वर्मा के SI पद पर चयन की कहानी

हर मां-बाप का सपना होता है कि उनके बच्चे खूब तरक्की करें और उनका नाम रोशन करें। ऐसा ही सपना एक मैकेनिक पिता ने भी संयोजा था, जिसे पूरा किया उसकी बेटी है। अपने दृढ़ इरादों से सुनीता वर्मा ने वो मुकाम हासिल किया जिसकी चाह उसके पिता ने की थी।

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Mechanic father's daughter Sunita Verma Selected For Post Of SI know sucsess Story

Mechanic father's daughter Sunita Verma Selected For Post Of SI know sucsess Story

जब इरादे मजबूत हों, दृढ़ संकल्प हो तो लक्ष्य हासिल करना मुश्किल नहीं होता। खास तौर पर तब जब ये लक्ष्य आपके साथ-साथ आपके माता-पिता की भी चाहत हो तो हौसले और भी बुलंद हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही कमाल किया है, रायसिंहनगर निवासी सुनीता वर्मा ने, जिनका केंद्रीय पुलिस संगठन की परीक्षा में एसआई (SI) पद पर चयन हुआ है। दरअसल हर मां-बाप का सपना होता है कि उनका बच्चा खूब तरक्की करे और उनका, देश का नाम रोशन करे। सुनीता के पिता पेशे से मैकेनिक थे, लेकिन उनका भी सपना था कि उनकी बेटी बड़ा मुकाम हासिल करे। सुनीता ने पिता के इस सपने को अपना बनाया और शिद्दत से इस सपने को साकार करने में जुट गईं।

सुनीता के एसआई पद पर चयन तक की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है। गरीब परिवार में जन्मी सुनीता के आगे वो तमाम बधाएं थी, जो एक गरीब परिवार के सामने होती हैं। मसलन अच्छी कोचिंग, पढ़ाई और तैयारी के साधन, लेकिन पिता का सपना था तो सुनीता ने इन अभावों और मुश्किलों को अपने इरादों के आगे बौना साबित कर दिया।

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रायसिंहनगर के वार्ड 17 में रहने वाली सुनीता वर्मा के पिता जगदीश और मां संतरों देवी है। सुनीता के पिता पेशे से मैकेनिक थे। लेकिन वो चाहते थे कि बेटी पढ़-लिखकर कुछ अच्छा करे। सुनीता पिछले एक साल से जैतसर में रहकर कोच कुलवंत सिंह के पास शारीरिक दक्षता परीक्षा की तैयारी कर रही थी।

पिता ने संयोजा सपना
सुनीता की मानें तो उसे देश सेवा के काम में जाना था। यही वजह है कि उसने सीपीओ सीजीएल से जुड़ी परीक्षाओं में हिस्सा लिया। इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए उसके पिता का बड़ा सपना था कि उसकी बेटी इस मुकाम पर पहुंचे।

सुनीता ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि कहीं बड़े शहर में मुझे तैयारी के लिए भेजा जाए। निशुल्क तैयारी करवा रहे जैतसर डिफेंस एकेडमी के कोच कुलवंत सिंह के पास पापा मुझे ले आए और यही से मेरी शारीरिक दक्षता परीक्षा की तैयारी शुरू हो गई।

इन परीक्षओं में लिया हिस्सा
इस दौरान सुनीता ने केंद्रीय पुलिस संगठन, संयुक्त स्नातक स्तरीय, संयुक्त उच्चतर माध्यमिक स्तरीय, मल्टी टास्किंग स्टाफ, नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन की परीक्षाओं में हिस्सा लिया। इनमें केंद्रीय पुलिस संगठन की एसआई परीक्षा (SI Exam) में उसका अंतिम चयन हो गया है।

वहीं, 6 से ज्यादा परीक्षाओं में उसका पहले चरण का परिणाम बेहतरीन रहा है। जबकि इन परीक्षाओं के दूसरे चरण शारीरिक दक्षता परीक्षा की वह तैयारी इन दिनों कर रहीं हैं।

नहीं रहे पिता, लेकिन आशीर्वाद अब भी साथ
सुनीता ने बताया सपना पूरा करने से पहले ही पिता का देहांत हो गया। एक माह तक में शोक से बाहर नहीं निकल पाई, लेकिन मुझे पिता की बताई कुछ बातें और पूर्व में सुनाई कुछ कहानियां याद आ गईं।
पिता के सपने को साकार करने के लिए मैं और ज्यादा मेहनत से तैयारी में जुट गई। मेहनत, लग्न और बेहतर मार्गदर्शन से मैंने सफलता को प्राप्त कर लिया।

मेरे पिता के सपने को साकार करने के लिए मैं इन दिनों 400 मीटर दौड़, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद और ऊंची कूद की तैयारी कर रही हूं। वो भले ही साथ नहीं है, लेकिन उनकी आशीर्वाद मेरे साथ है और यही मुझे ताकत देता है।

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