इन फॉलोवर्स में छत्तीसगढ़ के कई बड़े अधिकारी से लेकर बड़े नेता शामिल थे। जब पुलिस ( Police ) ने निशा जिंदल को गिरफ्तार करने के लिए खाक छानी तो पता चला कि निशा जिंदल लड़की कोई लड़की नहीं बल्कि लड़का है। जो कि सोशल मीडिया पर फर्जी नाम के जरिए साम्प्रदायिक माहौल खराब करने की कवायद करता रहता था।
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निशा जिंदल ( Nisha Jindal ) बने इस शख्स का असल नाम रवि है। यह युवक पिछले कई सालों से निशा जिंदल के नाम पर प्रोफाइल बना लोगों को भ्रमित कर रहा था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने ‘निशा जिंदल’ के नाम से बनी फेसबुक आईडी की छानबीन की।
इस जांच के आधार पर पुलिस जब शुक्रवार को गिरफ्तारी के लिए पहुंची तो ‘निशा जिंदल’ की जगह पर रवि ( Ravi ) मिला। पूछताछ में रवि ने यह बात स्वीकार कर ली है कि वही इस अकाउंट को चलाता है। इसके बाद पुलिस ने युवक से ‘निशा जिंदल’ के अकाउंट पर उसकी असली फोटो पोस्ट कराई।
गिरफ्तार युवक रवि पर आरोप है कि वह लड़कियों के नाम से फेक फेसबुक अकाउंट बनाता था और फिर उससे सांप्रदायिक टिप्पणी करता था। इसके बाद कुछ लोगों ने इस आईडी की शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस की साइबर सेल ने रवि को गिरफ्तार किया।
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पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ आईटी ऐक्ट और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। छत्तीसगढ़ में तैनात आईएएस अधिकारी प्रियंका शुक्ला ने अपने ट्वीट में लिखा- ‘लोगों को भड़काने के आरोप में जब पुलिस निशा जिंदल’ को गिरफ़्तार करने पहुंची तो पता चला कि 11 साल से इंजिनियरिंग पास नहीं कर पा रहे ‘रवि’ ही वास्तव में ‘निशा ‘हैं।