
नई दिल्ली। श्रीलंका से एक ऐसी तस्वीर आई है जो दिल दुखाने वाली है। 70 साल की महिला हाथी टिकीरी के रिटायरमेंट के लिए लोग आवाज़ उठा रहे हैं। लोगों के लिए ये चिंता का विषय है कि इतनी ख़राब हालत में भी श्रीलंका में हर साल होने वाले पैराहेरा महोत्सव में टिकीरी को भाग लेने पर मजबूर किया गया। 12 अगस्त को मनाए गए विश्व हाथी दिवस के बाद इंटरनेट पर वायरल हो रही इस तस्वीर से हर कोई विचलित है। इस हालत में भी ये मादा हाथी धूएं और शोर-शराबे में शाम से लेकर देर रात तक काम करती है। बता दें कि 70 वर्षीय टिकीरी को भारी-भरकम और चमकदार कपड़े पहनाए जाते हैं जिससे उसकी हालत का पता नहीं चलता।
हर साल परेड में हिस्सा लेने वाली ये मादा हाथी सही से चल भी नहीं पाती है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि किसी जीव को दुख देना आशीर्वाद या पवित्र कैसे कहा जा सकता है। टिकिरी की इस हालत को देखने से लगता है कि दुनिया कितनी निर्मम है। किसी को भी उसकी आंखों में आंसू नहीं दिखते।
बता दें कि इस मादा हाथी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोग जमकर हाथी के मालिक और परेड का आयोजन करने वालों की आलोचना कर रहे हैं। पर्यटन और वन्यजीव मंत्री जॉन अमरातुंगा ने कहा कि उन्होंने वन्यजीव अधिकारियों को जांच करने का आदेश दिया है। फिलहाल इस बात की सत्यता की जांच की जा रही है कि क्या वाकई उसके खराब स्वास्थ्य के बावजूद उसे एक लंबी परेड में भाग लेने के लिए मजबूर किया गया या नहीं।
Published on:
16 Aug 2019 05:49 pm
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