जिसने भी यूज किया उसकी मौत हो गई
ऐसा कहा जाता है कि इस मनहूस मोबाइल नंबर को अब तक जिसने इस्तेमाल किया, उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह मौत का सिलसिला बीते 10 साल से चला आ रहा हैं इस मोबाइल नंबर का जिस शख्स ने भी इस्तेमाल किया, मौत उसका पीछा नहीं छोड़ती। सोशल मीडिया पर भी इस भूतिया मोबाइल नंबर की चर्चा है। बताया जाता है कि इस मोबाइल नंबर को अब तक जिसने भी इस्तेमाल किया है, वह जिंदा नहीं बचा।
भारत के सबसे भूतिया हाईवे और सड़कें, आज भी जाने से कतराते है लोग
ये है वो मनहूस मोबाइल नंबर
एक रिपोर्ट के अनुसार, अब तक तीन बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। तीन लोगों की इस मोबाइल नंबर की वजह इसे मौत हो चुकी है। यह मामला बुल्गारिया का है। इस मोबाइल नंबर को सबसे पहले मोबीटेल कंपनी के सीईओ ने खरीदा था। कंपनी के सीईओ व्लादमीर गेसनोव ने 0888888888 मोबाइल नंबर को सबसे अपने लिए जारी करवाया था। यह मोबाइल नंबर लेने के बाद उसी साल व्लादमीर को कैंसर हो गया और उसकी मौत हो गई। माना जाता है कि व्लादमीर की मौत को लेकर अफवाह फैलाई गई थी।
इस शहर में नहीं चला सकते है मोबाइल-टीवी, रिमोट कंट्रोल खिलौनों पर भी बैन
भूतिया नंबर को कर दिया गया सस्पेंड
व्लादमीर के बाद इस मोबाइल नंबर को डिमेत्रोव नाम के एक कुख्यात ड्रग डीलर ने लिया था। यह नंबर लेने के बाद डिमेत्रोव को वर्ष 2003 में एक रशियन माफिया ने मार गिराया था। डिमेत्राव का ड्रग कारोबार 500 मिलियन का था। मौत के समय यह नंबर डिमेत्रोव के पास ही था। डिमेत्रोव के बाद यह नंबर बुल्गारिया के एक व्यापारी डिसलिव ने खरीद लिया था। साल 2005 में बुल्गारिया की राजधानी सोफिया में हत्या कर दी गई। यह तीन मौत होने के बाद इस नंबर को 2005 में सस्पेंड कर दिया गया।