
जानें क्या है 'फानी' का मतलब? कैसे रखे जाते हैं ऐसे तूफानों के नाम
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि तूफान 'फानी' ( Cyclone fani ) अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान बन चुका है जो फिलहाल विशाखापत्तनम के दक्षिण-दक्षिणपूर्व में लगभग 225 किलोमीटर दूर तथा पुरी से दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में 430 किलोमीटर दूर है। यह तूफान हर दिन भयानक रूप लेता जा रहा है। फानी के आने से पहले आपने तितली, बिजली, नीलोफर, मेघ, सागर जैसे तूफानों के नाम सुने होंगे। कभी आपने सोचा है कि किसी भी तूफान का नाम क्यों रखा जाता है? या कौन है जो इन तूफानों के नाम रखता है। आज हम आपको 'फानी' के मतलब के साथ-साथ यह भी बताएंगे कि तूफानों का नाम क्यों और कैसे रखते हैं।
उष्णकटिबंधीय तूफान जैसे हरिकेन, टाइफून, साइक्लोन की तरह फानी भी एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात का प्रकार है। दुनिया के अलग-अलग जगहों पर तूफानों के अलग-अलग नाम होते हैं। लेकिन यह ज़रूरी नहीं कि आने वाले हर तूफान का नाम रखा ही जाए। तूफानों का नाम रखने का प्रचलन सन 1953 से आधिकारिक तौर पर शुरू हुआ।
क्यों रखे जाते हैं तूफानों के नाम
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केवल उन तूफानों को नाम दिया जाता है जिनकी की रफ्तार 63 किलोमीटर प्रति घंटा हो। ऐसे में जब इन तूफानों की रफ्तार 118 किलोमीटर प्रति घंटा तक चली जाती है तो वे तूफान गंभीर तूफानों की श्रेणी में आ जाते हैं। वहीं 221 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर तूफान को सुपर चक्रवाती तूफान नाम दिया जाता है।
फानी का मतलब होता है सांप
हिंद महासागर में उठे इस तूफान को बांग्लादेश ने 'फानी' नाम दिया है। बांग्लादेश में फानी का मतलब सांप होता है। बता दें कि ऐसे तूफान दुनिया के जिस महासागर से उठते हैं उसका नाम रखने की ज़िम्मेदारी उसके आस-पास के देशों की होती है।
Published on:
02 May 2019 01:30 pm
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