दरअसल मुरैना के सबलगढ़ स्थित रामपुरा थाना के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर सुनील बानोरिया की पत्नी दो महीने से उनकी जासूसी करवा रही थी। दो महीने तक जासूसी के बाद एक दिन उसे खबर मिली कि उसका थानेदार पति अपनी प्रेमिका के साथ ग्वालियर के मुरार में एक फ्लैट में हैं तो पत्नी पुलिसिया तरीका अपनाते हुए अपने रिश्तेदारों को इकट्ठा किया और फ्लैट पर दबिश दे दी। जब गेट खुला तो उन्हें थानेदार के साथ एक लड़की दिखाई दी जो पुलिस लाइन की ही एक महिला आरक्षक थी।
उसे देखते ही पत्नी का पारा चढ़ गया और वहीं पर उन दोनों की पिटाई करना शुरु कर दिया। सूचना मिलने पर जब पुलिस वहां पहुंची तो उसके बड़ी मुश्किल से दोनों को बचाया। आखिर में पुलिस ने दोनों के बीच सलाह-मशविरा करा मामला शांत करवाया।