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पीर शांतिनाथ की बारहवीं पुण्यतिथि पर बही भक्ति की सरिता, राजस्थान के कलाकारों ने दी प्रस्तुति

भक्ति जागरण में विभिन्न इलाकों से शामिल हुए प्रवासी, आरती समेत कई धार्मिक आयोजन हुए

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गदग के श्री जगद्गुरु तोंटदार्य कल्याण मंडप में पीर शांतिनाथ महाराज की बारहवीं पुण्यतिथि पर आयोजित भक्ति जागरण में मौजूद भक्तगण।

गदग के श्री जगद्गुरु तोंटदार्य कल्याण मंडप में पीर शांतिनाथ महाराज की बारहवीं पुण्यतिथि पर आयोजित भक्ति जागरण में मौजूद भक्तगण।

पीर शांतिनाथ महाराज की बारहवीं पुण्यतिथि के अवसर पर यहां गदग (कर्नाटक) स्थित श्री जगद्गुरु तोंटदार्य कल्याण मंडप में भक्ति जागरण का आयोजन किया गया। इस दौरान आरती समेत कई धार्मिक आयोजन हुए। पीर शांतिनाथ महाराज की बारहवीं पुण्यतिथि यहां श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस अवसर पर यहां आयोजित रात्रि जागरण के दौरान पीर शांतिनाथ महाराज की तस्वीर के समक्ष पुष्प अर्पित किए। जागरण में पीर शांतिनाथ महाराज के जयकारे गूंजते रहे। श्री शांतिनाथ भक्त मंडल गदग के तत्वावधान में आयोजित भक्ति जागरण में रेखा परमार सिरोही, प्रवीण माली एंड पार्टी ने भजनों की सुमधुर प्रस्तुति दी। गदग के साथ ही आसपास के विभिन्न शहरों से भी प्रवासी समाज के लोग कार्यक्रम में शामिल हुए।

भक्ति जागरण में किया सहयोग
भक्ति जागरण के दौरान जीवदया के सहयोगी जोमतसिंह परमार, जागरण के नरेश कुमार रावल, तस्वीर के सुरेन्द्रसिंह, वीरेन्द्रसिंह एवं नकुलसिंह, शांतिनाथ महाराज के भोग के जोमतसिंह परमार, आरती के जयंतीलाल रावल, पुष्पहार के चेतनसिंह मादूसिंह, महाप्रसादी के जयंतीलाल रावल, कलश स्थापना के शैतानसिंह दहियावत व उत्तमसिंह देवल, तिलक के खींमसिंह, नरपतसिंह परमार एवं स्वागत के सहयोगी जोमतसिंह परमार परिवार रहे।

जालोर सिरे मंदिर पर विशेष आयोजन
पीर शान्तिनाथ महाराज की 12वीं पुण्यतिथि पर राजस्थान के जालोर सिरे मंदिर पर विशेष आयोजन होता है जिसमें देशभर से भक्तगण शामिल होते हैं। जालोर समाधि स्थल पर संत महात्माओं द्वारा पूजा अर्चना व श्रृंगार कर वर्षी का आयोजन किया जाता है।

राजस्थानी परम्परा से किया सम्मान
श्री शांतिनाथ भक्त मंडल गदग की ओर से समारोह में आए मेहमानों का राजस्थानी परम्परा के अनुसार साफा पहनाकर एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। शम्भुसिंह कडपा, शिवनाथसिंह अनंतपुर, थानसिंह मोरसिम, लखसिंह हुब्बल्ली, निम्बसिंह कुष्ठगी, गुलाबसिंह कोप्पल, अर्जुनसिंह राणीबेन्नुर, वचनसिंह हिरेकुरुर, उत्तमसिंह ब्याडगी, जीवणसिंह येलबुर्गा, रामसिंह सिरहटी, डूंगरसिंह लक्ष्मेश्वर, शंकरराम नवलगुण्ड समेत अन्य मेहमानों का सम्मान किया गया।