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जिले में उपजे पेयजल संकट के समाधान के प्रयास

जिले में उपजे पेयजल संकट के समाधान के प्रयास

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हुबली

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S F Munshi

Mar 30, 2024

जिले में उपजे पेयजल संकट के समाधान के प्रयास

जिले में उपजे पेयजल संकट के समाधान के प्रयास

विजयपुर
एतिहासिक विजयपुर जिले के प्राचीन कुएं तथा बेगम तालाब से आदिलशाही दौर में शहर की जनता को पेयजल आपूर्ति की जाती थी। उस जमाने के पुराने पाइपलाइन व्यवस्था को पुनरुत्थान के लिए प्राचीन सुरंग मार्गों का स्वच्छता कार्य तेजी से चल रहा है। सूखे के चलते विजयपुर शहर में गंभीर पेयजल संकट उपजा है।
लगभग 500 साल पहले आदिलशाही राजाओं ने शहर की 10 लाख जनसंख्या को बेगम तालाब से सुरंग मार्ग के पाइपलाइन से जल आपूर्ति की जाती थी जो इतिहास रहा है। गत 10 मार्च को जिला प्रभारी मंत्री एम.बी. पाटील ने बेगम तालाब का दौरा कर पुरानी पाइपलाइन और वेंट (वाल्स) स्थलों की समीक्षा की थी। उन्हें फिर से जीवित कर प्राचीन दौर की तरज में ही शहर की जनता को जल आपूर्ति करने की कार्रवाई करने के लिए विजयपुर महा नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए थे।
..पर्यटकों को आकर्षित करने की योजना
इस दिशा में जिला प्रभारी मंत्री ने पुरानी पाइपलाइन तथा वेंट से गाद निकालने के बाद समुचे पाइपलाइन व्यवस्था देखने के लिए तथा पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करने की योजना तैयार करने की सलाह दी थी। तभी से महा नगर निगम अधिकारियों ने किचड से दबे वेंट-वाल की सफाई कार्य शुरू किया है जो अब तेजी से चल रहा है। अब तक वेंट नंबर 3, 4 तथा 5 का स्वच्छता कार्य पूर्ण हुआ है। 1 और 2 वालों में पानी भरजाने के कारण वाल क्लीयर नहीं किया गया है। छह वें वेंट में स्वच्छता कार्य चल रहा है। यह कार्य पूर्ण होने के बाद आदिल शाही दौर के पेयजल आपूर्ति व्यवस्था का भाग वाल, पाइपलाइन तथा अन्य स्थल पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होंगे। उसी तरज में बेगम तालाब के जरिए शहर को जल आपूर्ति करने की यह व्यवस्था है।
..70 फीट गहरा वेंट की सफाई
करीब 500 साल पुराने आदिलशाही दौर में पत्थर तथा कंक्रिट से तैयार किए गए अधिकतर पाइपलाइन लगभग 60 से 70 फीट गहराई में बिछाए गए हैं। वैसे पाइप तथा वेंट की सफाई कार्य चल रहा है। बागलकोट क्रास से जल नगर टैंक तक फिल्टर बिठाने पर सूइस गेट कर वॉल्फ व्यवस्था से पेयजल आपूर्ति का विचार जिला प्रभारी मंत्री एब.बी. पाटील का है।
..क्रेन से करेंग सफाई
प्राचीन दौर के पाइपलाइन परिसर को क्रेन से सफाई की जा रही है। रोजाना 15 श्रमिक गाद निकालने तथा स्वच्छता कार्य में जुटे हुए हैं। महा नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि वेंट की सफाई करने के बाद जट्टिंग प्रेशर मशीन के जरिए जमीन में बिछाए गए पुराने पाइपलाइनों की सफाई कार्य किया जाएगा। एक एक वेंट के बीच 70 से 300 तथा 500 मीटर का अंतर है। यह पूर्ण होने के बाद यह एतिहासिक रेकॉर्ड बन जाएगा।
..आदिलशाही दौर की जल आपूर्ति व्यवस्था
आदिशाही दौर की जल आपूर्ति व्यवस्था को फिर से जीवित करना मेरा सपना है। उसके लिए चल रहा विकास कार्य आगामी दो माह में पूर्ण होजाएगा। इस व्यवस्था को पूर्ण करने पर शहर की जनता को ठंडा पेयजल आपूर्ति किया जा सकता है। साथ में शहर की जनता को पेयजल संकट से भी निजात मिल जाएगी।
-एम.बी. पाटील, जिला प्रभारी मंत्री, विजयपुर
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