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‘गूगल प्ले स्टोर’ से न डाउनलोड करें ये ऐप , मिनटों में खाली हो जाएगा खाता

-फर्जी शेयर ट्रेडिंग ऐप से असम के कोयला व्यापारी से ठगे 81 लाख-बिहार, कोलकाता, महाराष्ट्र सहित देश के कई हिस्सों में फर्जी ऐप से की धोखाधड़ी- कंपनी मालिक गिरफ्तार, कम्प्यूटर, लैपटॉप सहित कई सामान जब्त

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इंदौर। एक सप्ताह के दौरान फर्जी ऐप से शेयर ट्रेडिंग का झांसा देकर ठगी का दूसरा मामला सामने आया है। गूगल प्ले स्टोर पर फर्जी ट्रेडिंग ऐप अपलोड कर असम के कोयला व्यापारी से 81 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू की तो पता चला कि कंपनी विजय नगर में नहीं बल्कि अन्य थाना क्षेत्र में संचालित हो रही है।

विजय नगर पुलिस उक्त कंपनी के पते पर दबिश देने पहुंची तो सच्चाई उजागर हुई। कंपनी मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने असम, बिहार, कोलकाता, महाराष्ट्र समेत कई प्रदेशों के लोगों से धोखाधड़ी कबूली है। टीम ने कार्यालय से कम्प्यूटर, लैपटॉप सहित कई सामान जब्त किए।

डीसीपी जोन-2 संपत उपाध्याय के मुताबिक कोयला व्यापारी अमित कुमार निवासी बेलटोला गुवाहाटी ने ई-मेल के जरिए आवेदन भेजा था। आवेदन के आधार पर डिजि- स्मार्ट कंपनी के संचालक इंदर सिंह रजक, मंजू, शिवानी, कुलदीप शर्मा, अंकित शर्मा, अंजलि रावत, आनंद के खिलाफ धोखाघड़ी सहित अन्य धारा में केस दर्ज किया है। तकनीकी जांच के आधार पर पता चला कि आरोपियों की कंपनी विजय नगर क्षेत्र में नहीं, बल्कि तुकोगंज क्षेत्र की रॉयल एस्टेट बिल्डिंग में संचालित हो रही है। पुलिस टीम ने वहां दबिश देकर कंपनी मालिक आरोपी इंदर सिंह पिता प्रागीलाल रजक निवासी शिवपुरी को पकड़ा है। उसने साथियों के साथ मिलकर डिजि-स्मार्ट नाम से फर्जी ऐप तैयार करना कबूला।

ऐप को उसने साथियों के साथ मिलकर गूगल प्ले स्टोर पर अपलोड किया था। ऐप को कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की मदद से फरियादी को डाउनलोड कराया गया। इसके बाद ऐप की मदद से फर्जी तरीके से डीमेट खाता खोला गया।

शक न हो, इसलिए विजय नगर की जगह तुकोगंज क्षेत्र में चला रहा था कंपनी

डीसीपी ने बताया, आरोपी पहले पीड़ित को फर्जी ऐप डाउनलोड करवाते, फिर ऐप से फर्जी डीमेट खाता खुलवाते। पीड़ितों को झांसा देकर आरोपी उन्हें फर्जी तरीके से शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट दिखाते। आरोपी लोगों को लाभ के फर्जी चित्र भी दिखाते। इसी तरह आरोपी ने पीड़ित व्यापारी से 81 लाख रुपए अपने खातों में जमा करवाए। आरोपी से पूछताछ कर उसके बैंक खाते की जानकारी जुटा रहे हैं।

आरोपियों ने कितने लोगों को चपत लगाई, इस दिशा में जांच जारी है। मालूम हो, इसके पूर्व विजय नगर पुलिस ने फर्जी एडवाइजरी कंपनी का पर्दाफाश किया था। इसमें पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ा था। आरोपियों ने भी प्ले स्टोर पर फर्जी ट्रेडिंग ऐप डाल लोगों से धोखाधड़ी करना कबूला था। आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।