MP News: समझाइश के बाद भी इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) के चालान नहीं भरने और बार-बार चौराहों पर यातायात के नियमों का उल्लंघन करने पर ट्रैफिक पुलिस ने सख्ती के साथ कार्रवाई शुरू कर दी है। अब 5 या उससे अधिक बार चौराहों पर नियम तोड़ने पर 89 लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं।
हालांकि, इसमें ऐसे वाहन चालक भी हैं जिनके वाहन की कीमत से अधिक चालान का शुल्क हो चुका है। अब ट्रैफिक पुलिस ने 361 वाहन चालकों की लिस्ट तैयार कर कार्रवाई के लिए आरटीओ को भेजी है।
बता दें कि ट्रैफिक पुलिस ने पहले चरण में जनता को जागरूक करने के साथ समझाइश दी थी। इसके बाद चौराहों पर चालानी कार्रवाई करने के लिए चिन्हित चार चौराहों को चुना गया। ट्रैफिक सुधार के लिए 2023 में आइटीएमएस लागू किया गया था। इसका उद्देश्य शहर में ट्रैफिक नियमों को प्रभावी ढंग से लागू करना था। हालांकि, 2024 में इस प्रणाली के तहत हर घंटे औसतन 80 चालान कटे, लेकिन मात्र 10% चालानों का भुगतान हुआ।
कम वसूली दर को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने समीक्षा बैठक कर नियमों को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। अब पुलिस वाहन मालिकों को व्यक्तिगत रूप से फोन कर चालान भुगतान की जानकारी दे रही है। चौराहों पर चालान भरने के लिए व्यवस्था की गई है। यदि समय पर जुर्माना जमा नहीं किया तो संबंधित वाहन मालिकों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
बताया जा रहा है कि 16 प्रमुख चौराहों पर लगे आइटीएमएस में कई जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं। अभी सिग्नल तोड़ने वाले चालकों को पकड़ने के लिए टीम मैन्युअली काम करती है। कोई गाड़ी लगातार सिग्नल तोड़ रही है तो उसकी सूचना देर से मिलती है, लेकिन अब ऐसा सिस्टम बनाया जा रहा है कि किसी वाहन ने लगातार दूसरे चौराहे पर गलती की तो उसकी सूचना तुरंत सेट पर पहुंचेगी। हर चौराहे पर तैनात ट्रैफिक जवान उस गाड़ी को पकड़ेंगे और चालान कार्रवाई करेंगे।
एडिशनल डीसीपी कौल ने बताया, चालान वसूली के लिए अलग से आइटीएमएस के लिए टीम बनाई गई है। इसमें खुलासा हुआ है कि कई गाड़ियों की वैल्यू से ज्यादा चालान हो चुके हैं। कुछ वाहन चालक 35 बार सिग्नल पर नियम तोड़ चुके हैं। हमारा काम आरटीओ को भेजना है। उसके बाद आरटीओ कार्रवाई करते है। आगामी दिनों में शहर के कुछ प्रमुख चौराहों पर 90 कैमरे नए लगाए जा रहे है। इसमें आठ से दस चौराहों कवर किए जाएंगे।
अब टीम आदतन नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों की लिस्ट आइटीएमएस से तैयार कर रही है। उन्हें नहीं पता कि पुलिस नहीं होने पर आइटीएमएस की आंख खुली हुई है। अब चालान चेक कर ऐसे वाहन चालकों को चिन्हित किया जा रहा है, जो ५ या उससे अधिक बार नियम तोड़ते आइटीएमएस के कैमरों में कैद हो चुके हैं और चालान नहीं भर रहे हैं। उनके प्रकरण तैयार किए जा रहे हैं। -संतोष कुमार कौल, एडिशनल डीसीपी
2024 में 7,51,084 ई-चालान जारी किए गए, लेकिन उनमें से लगभग 90% चालान बकाया होने से पुलिस कमिश्नर ने कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए। जांच में बड़ा कारण सामने आया कि कई वाहनों के रजिस्ट्रेशन में डीलरों या एजेंटों के मोबाइल नंबर दर्ज थे। इसके कारण ई-चालान की सूचना वाहन मालिक तक नहीं पहुंच पाती थी।
इसके बाद ट्रैफिक पुलिस वाहन मालिकों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर चालान भुगतान के लिए प्रेरित कर रही है। पुलिस की विशेष चेकिंग से लोगों में जागरुकता आ रही है। पहले रोज 4000-5000 आइटीएमएस से चालान जनरेट हो रहे थे। उसकी संख्या घटी है। अब 2000-3000 के बीच जनरेट हो रहे हैं।
आइटीएमएस स्कीम 78, इंदिरा प्रतिमा चौराहा, लक्ष्मी बाई प्रतिमा चौराहा, टाटा स्टील चौराहा, पल्हर नगर, रामचंद्र नगर, होमगार्ड चौराहा, पीपलियाहाना, बॉम्बे हॉस्पिटल, बंगाली, पत्रकार चौराहा, सिंधी कॉलोनी, एलआइजी, रसोमा, रोबोट चौराहा और गिटार चौराहे पर काम कर रहा है, जिसकी जानकारी नहीं होने से अधिकांश वाहन चालक समझते हैं कि उन्हें कोई नहीं देख रहा है। इस वजह से चौराहों पर नियमों का उल्लंघन कर जाते हैं। अब उन्हें इस अनदेखी की बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।
Published on:
24 Jun 2025 02:18 pm