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Adopt an Anganwadi : दानदाताओं से जमीन की दरकार

पिछले माह प्रदेशभर में आंगनवाडी गोद ले अभियान शुरू किया गया था। जिसका असर यह हुआ कि महू तहसील की 347 आगंनवाडिय़ों को समाजसेवी, जनप्रतिनिधि, व्यक्ति आदि ने गोद लिया है और यहां जरूरत की सामग्री भी भिजवाने लगे है। लेकिन तहसील की 115 आंगनवाडिय़ों को खुद की जमीन और भवन की जरूरत है, लेकिन इस जरूरत को पूरा करने के लिए अभी तक कोई भी आगे नहीं आया है। वर्तमान में यह आंगनवाडिय़ों किराए के भवनों में संचालित हो रही है।

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इंदौर

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Sanjay Rajak

Feb 11, 2022

Adopt an Anganwadi : दानदाताओं से जमीन की दरकार

Adopt an Anganwadi : दानदाताओं से जमीन की दरकार

डॉ. आंबेडकर नगर(महू).

जानकारी के अनुसार तहसील में 349 आंगवाडिय़ां किराये के भवनों के संचालित हो रही है। गोद ले आंगनवाड़ी अभियान के तहत जमीन और भवन की जरूरत को भी शामिल किया गया है। इस लिहाज से तहसील में 115 आंगनवाडिय़ों को खुद का भवन चाहिए। लेकिन इसके लिए अभी न ही कोई समाजसेवी सामने आया और न ही कंपनी। गोद ले अभियान के बाद आंगनवाडिय़ों में सामग्री पहुंचने लगी है। तहसील की 60 से अधिक आंगवाडिय़ों में रंगरोगन, बर्तन रैक, कुर्सिया, यूनिफार्म, दरी, बर्तन, झूले, खिलौने, यूनिफार्म, दरी, बर्तन, झूले, पंखे आदि पहुंचे लगे है। अफसरों के अनुसार आगामी 20 दिन में अधिकांश आंगनवाडिय़ों में जरूरत का सामान पहुंच जाएगा। जिन आंगनवाडिय़ों में मरम्मत और सुधार की जरूरत है, वहां समय जरूर लग सकता है।

मंत्री की आंगनवाड़ी के हाल जस के तस

पर्यटन व संस्कृति मंत्री उषा ठाकु र द्वारा तहसील की सुरतीपुरा, टिही, बसीपिपरी और सिहोद आंगनवाड़ी को गोद लिया है। इन आंगनवाडिय़ों के भवन में छत सुधार, दिवार निर्माण, खिड़की-दरवाजे ठीक से काम नहीं करते। टायलेट भी पुराने हो चुके है। बाउंड्रीवाल निर्माण आदि होना है। आंगनवाड़ी गोद लिए 20 दिन हो चुके है, लेकिन सुधार कार्य शुरू नहीं हुआ है।

ऐसे होगा बदलाव

परियोजना अधिकारी सुनील चक्रवर्ती ने बताया कि जिन्होंने आंगनवाड़ी गोद ली है। उन्हें कम से कम कक्षों में बाल सुलभ पेंटिंग, दरी, बर्तन, कुर्सी टेबल, यूनीफार्म, ब्रेन गेम्स खिलोने, भवन का जिर्णोद्वार करवाना है। इस काम को फरवरी माह में ही पूरा किया जाना है। इसके बाद इन आंगनवाडिय़ों जरूरत के हिसाब से दोबारा गोद दिया जाएगा।