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नासा में 7 दिन अंतरिक्ष वैज्ञानिक की तरह रहेंगे इंदौर के आगम जैन

एमपी के इंदौर के आगम जैन ने कम उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। 21 वर्षीय आगम अमेरिकन स्पेस एजेंसी नासा के इंटरनेशनल एयर एंड स्पेस प्रोग्राम तैयार करेंगे। आगम जैन का चयन नासा के इंटरनेशनल एयर एंड स्पेस प्रोग्राम के लिए हुआ है। यह प्रोग्राम नासा के हंट्सविल सेंटर में होगा। आगम 18 सितंबर को नासा के लिए रवाना होंगे।

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इंदौर के आगम जैन ने कम उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की

एमपी के इंदौर के आगम जैन ने कम उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। 21 वर्षीय आगम अमेरिकन स्पेस एजेंसी नासा के इंटरनेशनल एयर एंड स्पेस प्रोग्राम तैयार करेंगे। आगम जैन का चयन नासा के इंटरनेशनल एयर एंड स्पेस प्रोग्राम के लिए हुआ है। यह प्रोग्राम नासा के हंट्सविल सेंटर में होगा। आगम 18 सितंबर को नासा के लिए रवाना होंगे।

आगम को बचपन से ही अंतरिक्ष विषय से लगाव है। वे अंतरिक्ष, ग्रहों और तारों की दुनिया को जानने की कोशिश करते रहे। उनकी उत्सुकता ने सबसे पहले उन्हें इसरो में इंटर्नशिप का अवसर दिलाया। नासा के इंटरनेशनल एयर एंड स्पेस प्रोग्राम के लिए चयनित आगम दूसरे भारतीय छात्र हैं। इससे पूर्व आंध्रप्रदेश की जानवी डंगेती का चयन हुआ था।

स्कीम नंबर 78 में रहनेवाले आगम वीआइटी भोपाल में एअर स्पेस इंजीनियरिंग के फाइनल ईयर के छात्र हैं। उनके शिक्षक पिता का कोरोना काल में निधन हो चुका है। उनकी मां गृहिणी हैं। आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद आगम नासा तक पहुंचने में सफल रहे। आगम की आर्थिक मदद के लिए सांसद शंकर लालवानी ने शासन को पत्र लिखा है।

आगम के अनुसार, 5वीं क्लास में स्पेस चैप्टर पढ़ने के दौरान अंतरिक्ष में रुचि बढ़ी। तभी तय कर लिया था कि अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनूंगा। इसके बाद देश में होने वाले अंतरिक्ष रिलेटेड कार्यक्रमों में शामिल होने लगा। 12 वीं के बाद एअर स्पेस इंजीनियरिंग विषय चुना।

इंटरनेशनल एयर एंड स्पेस प्रोग्राम में पानी के अंदर रॉकेट लांच करने, जीरो ग्रेविटी और मल्टी एक्सेस ट्रेनिंग के बारे में जानकारी दी जाती है- नासा के इंटरनेशनल एयर एंड स्पेस प्रोग्राम में पानी के अंदर रॉकेट लांच करने, जीरो ग्रेविटी और मल्टी एक्सेस ट्रेनिंग के बारे में जानकारी दी जाती है। आगम 7 दिन अंतरिक्ष वैज्ञानिक की तरह सेंटर पर रहेंगे। आगम का सिलेक्शन अन्य 4 इंटरनेशनल स्पेस प्रोग्राम में भी हुआ है।