
traffic signals
इंदौर। भुवनेश्वर की तरह इंदौर में भी वाहनों की तेज गति की जांच के लिए स्पीड गन लगाई जाएंगी। नगर निगम 50 चौराहों पर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) से चलने वाले ट्रैफिक सिग्नल लगा रहा है। इसके साथ ही कई जगह स्पीड गन लगाई जाएंगी, ताकि वाहनों की गति चेक की जा सके। स्पीड लिमिट तोड़ने पर ई-चालान बनेगा।
35 करोड़ है लागत
निगम करीब 3 साल से आधुनिक ट्रैफिक सिग्नल लगाने की कवायद कर रहा है, अब जाकर इस पर काम शुरू हुआ है। ट्रैफिक व्यवस्था का सर्वे करने के बाद पुणे की टीम को 35 करोड़ में नए ट्रैफिक सिग्नल लगाने का काम दिया गया है। सिग्नल को आरटीओ के सारथी व वाहन पोर्टल से जोड़ा जाएगा, ताकि नियम तोड़ने पर वाहन चालक के घर ई-चालान भेजा जा सके। एआइ सिस्टम से सिग्नल चलेगा, जिस लेन पर जितना ट्रैफिक उतना ग्रीन लाइट का समय बढ़ जाएगा।
अभी इन चौराहों पर होगी व्यवस्था
पत्रिका ने 7 जून को स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा भुवनेश्वर की तर्ज पर सिग्नल में नई व्यवस्थाओं के साथ स्पीड गन लगाने संबंधी खबर प्रकाशित की थी। इसमें बताया गया था कि भुवनेश्वर में व्यवस्था से क्या फायदे हो रहे हैं। अफसरों की मानें तो इंदौर के 50 स्थानों के बजाए एमजी रोड, बीआरटीएस, जवाहर मार्ग, एमआर-10, रेसकोर्स रोड पर कुछ जगह स्पीड गन लगाई जाएंगी, ताकि वाहनों की गति पर भी नजर रखी जाए। सभी जगह स्पीड लिमिट के बोर्ड भी लगाए जाएंगे।
दिव्यांक सिंह, सीईओ, स्मार्ट सिटी कंपनी का रहना है कि वाहनों की गति पर नजर रखने के लिए शहर के 50 तिराहों-चौराहों पर आधुनिक सिग्नल के साथ ही स्पीड गन भी लगाई जाएंगी। ज्यादा गति से होने वाली दुर्घटनाओं के कारण यह फैसला लिया गया है। वाहनों के ज्यादा गति होने पर ई-चालान बनेंगे।
Published on:
12 Jun 2023 02:34 pm
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