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Indore News : चला बुलडोजर…इधर तोड़ा मंदिर, उधर हटाई दरगाह

- पटेल नगर में सुबह 5 बजे से शुरू हुई तोडफ़ोड़, ढक्कनवाला कुआं पर भी कार्रवाई - बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर से पहले हटाईं मूर्तियां और फिर चली जेसीबी - रहवासियों और हिंदूवादी नेताओं ने किया विरोध

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Indore News : चला बुलडोजर...इधर तोड़ा मंदिर, उधर हटाई दरगाह

Indore News : चला बुलडोजर...इधर तोड़ा मंदिर, उधर हटाई दरगाह

इंदौर. आज सुबह पटेल नगर में जहां बगीचे की जमीन पर बन रहे मंदिर को तोड़ा गया, वहीं ढक्कनवाला कुआं पर से दरगाह को हटाया गया। पटेल नगर में सुबह 5 बजे से नगर निगम ने तोडफ़ोड़ शुरू कर दी थी। इस दौरान रामनवमी के दिन जिस बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में बावड़ी की छत धंसने से 36 लोगों की मौत हो गई थी, वहां पर से पहले भगवान की मूर्तियों को हटाया गया। इसके बाद फिर से निर्माणाधीन मंदिर पर जेसीबी चलाना शुरू किया गया। मंदिर तोडऩे की कार्रवाई का विरोध कुछ रहवासियों और ङ्क्षहदूवादी नेताओं ने किया, लेकिन भारी पुलिस बल और बड़ी संख्या में निगमकर्मी के मौजूद रहने पर विरोध ज्यादा देर नहीं चल पाया। इसके अलावा निगम का अमला गाडराखेड़ी और सुखलिया क्षेत्र में भी कुएं-बावड़ी पर किए अतिक्रमण को हटाने पहुंचा है।

रामनवमी के दिन यानी 30 मार्च को शहर में एक बड़ा हादसा हो गया जो कि पटेल नगर स्थित बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में बावड़ी की छत धंसने हुआ और 36 लोग काल के गाल में समा गए। बावड़ी हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुएं-बावड़ी के ऊपर किए गए अतिक्रमण को सख्ती से हटाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कल प्रदेश के कलेक्टरों से बात की और इंदौर घटना दोबारा न हो इसको लेकर सख्त हिदायत दी। मुख्यमंत्री के कड़े निर्देश के बाद आज सुबह 4.30 बजे नगर निगम का रिमूवल अमला पटेल नगर पहुंचा।

अमले में 80 के करीब निगमकर्मी, 4 पोकलेन और 4 जेसीबी शामिल थी। 200 से ज्यादा पुलिस के जवान मौजूद थे। जिला प्रशासन और निगम के अफसरों के पहुंचने के बाद सुबह 5 बजे पटेल नगर बगीचे की जमीन पर बन रहे मंदिर को तोडऩा शुरू किया गया। इस पर कुछ रहवासियों ने विरोध भी किया, लेकिन भारी पुलिस बल और बड़ी संख्या में निगमकर्मियों के होने से वे ज्यादा विरोध नहीं कर पाए। एडीएम अजय देव शर्मा के निर्देशन में निर्माणाधीन मंदिर को तोडऩे की कार्रवाई शुरू की गई। इस दौरान अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर, एसडीएम अंशुल खरे, रिमवूल विभाग की उपायुक्त लता अग्रवाल, प्रभारी अधिकारी अश्विन जनवदे और सहायक रिमूवल अधिकारी बबलू कल्याणे सहित पुलिस के अफसर मौजूद थे ।

बीच में रोकी कार्रवाई, निकाली मूर्तियां

पटेल नगर में निर्माणाधीन मंदिर में तोडफ़ोड़ की कार्रवाई को सुबह 8 बजे के आसपास रोका गया। इसके बाद रामनवमी के दिन जिस बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में बावड़ी की छत धंसने से 36 लोगों की मौत हो गई थी वहां पर से पहले भगवान की मूर्तियों को हटाया गया। भगवान झूलेलाल, शिवजी, माताजी, गणेशजी और भेरू बाबा की मूर्ति को शिफ्ट किया गया। बताया जा रहा है कि सभी मूर्तियों को नौलखा स्थित कांटाफोड़ मंदिर पर शिफ्ट किया गया है। मूर्तियों के शिफ्ट होने के बाद सुबह 9 बजे से फिर निर्माणाधीन मंदिर और पुराने मंदिर को तोडऩा शुरू किया गया और डेढ़ से दो घंटे तक जेसीबी-पोकलेन चलाकर मंदिर को पूरी तरह जमींदोज कर दिया गया। बगीचे की जमीन पर बने पार्षद कार्यालय पर भी जेसीबी चलाई जाएगी।

रास्ते किए गए सील

कार्रवाई के चलते सुबह 5 बजे से ही हर गली को बेरिकैड लगाकर बंद कर दिया गया था। हर गली के मुहाने पर पुलिस के जवान खड़े हुए थे ताकि लोग कार्रवाई में बाधा उत्पन्न करने के लिए मंदिर तक नहीं पहुंच जाए। कुछ लोगों ने जाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने सख्ती करते हुए जाने नहीं दिया।

आधे घंटे में हटा दी दरगाह

एक तरफ जहां रिमूवल विभाग का अमला पटेल नगर में तोडफ़ोड़ कर रहा था वहीं दूसरी तरफ ढक्कनवाला कुआं पर अतिक्रमण हटाए जा रहे थे। यहां पर सुबह 8 बजे के आसपस गैंग पहुंची, जिसने सबसे पहले दरगाह को हटाया और फिर तोडफ़ोड़ शुरू की गई। कुएं के आसपास से अतिक्रमण भी हटाए गए। महज आधे घंटे में कार्रवाई पूरी कर दी गई।

बावड़ी को भरने का काम शुरू

पटेल नगर स्थित बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर परिसर में निर्माणाधीन मंदिर तोडऩे के बाद जो मलबा निकला उसे बावड़ी में डालकर भरने का काम शुरू कर दिया गया है। राम नवमी के दिन इसी बावड़ी में लोग गिर गए थे। इस हादसे में 36 लोगों की जहां मौत हो गई थी, वहीं कई लोग घायल हो गए थे। मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक ने इस मामले में संज्ञान लिया था। आज बावड़ी को भरने का काम भी शुरू कर दिया गया, ताकि भविष्य में इस प्रकार का हादसा दोबारा न हो।

गाडराखेड़ी व सुखलिया में कार्रवाई

बाणगंगा क्षेत्र के गाडराखेड़ी में कुएं को मुक्त कराने की कार्रवाई शुरू की गई। गाडऱाखेडी में खाटूश्याम मंदिर की सीढिय़ां और एक दुकान कुएं पर आ रही थी। सुबह 9.30 बजे निगम की टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और इन्हें हटा दिया। इसके अलावा सुखलिया में मौजूद कुएं को भी मुक्त कराएगी। भवन अधिकारी सुधीर गुलवे ने बताया कि नगर निगम की रिमूवल टीम के माध्यम से सुखलिया सीएम सेकंड के कुएं पर डाली गई स्लैब को तोड़े जाने की कार्रवाई किए जाना है। उन्होंने बताया कि नगर निगम की रिमूवल टीम का इंतजार किया जा रहा है। टीम आते ही पुलिस बल की मौजूदगी में कुएं पर डाली गई स्लैब को तोड़ा जाएगा।

जारी रहेगा अभियान

शहर हित में जान माल की सुरक्षा प्रमुख है। प्राकृतिक जल स्त्रोत सुरक्षित रहे। इसके लिए समान रूप से कड़ी कार्रवाई की जा रही है। जलस्त्रोत से अतिक्रमण हटाने का यह अभियान जारी रहेगा। मेरी अपील है कि लोग स्वयं प्रेरणा से जहां-जहां जल स्त्रोत पर अतिक्रमण है हटाएं, ताकि लोगों की जान सुरक्षित रहें।

- पुष्यममित्र भार्गव, महापौर

लंबी है अतिक्रमण की सूची

कुएं-बावड़ी पर किए गए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई आज से शुरू की गई है। निगमायुक्त के निर्देश पर सुबह पटेल नगर और ढक्कनवाला कुआं पर अतिक्रमण हटाए गए हैं। गाडराखेड़ी व सुखलिया में कार्रवाई की है। अतिक्रमण की सूची लंबी है। कल कहां कार्रवाई होगी यह निगमायुक्त के निर्देश पर तय होगा।

- लता अग्रवाल, उपायुक्त, रिमूवल विभाग, इंदौर नगर निगम