नारोलिया के पुत्र ने मंगलवार दिन में भोजन के लिए पिता को फोन लगाया। काफी देर तक नारोलिया ने मोबाइल रिसिव नहीं किया तो पुत्र महेश ने दूसरे परिचितों को फोन कर उन्हे क्वर्टर पर भेजा, जहां दरवाजा अंदर से बंद था। शंका होने पर पुलिस चौकी पर सूचना दी गई। शव को पीएम के लिए बागली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा, जहां पीएम के बाद शव परिजन सौंपा दिया गया। अंतिम संस्कार चापड़ा मुक्तिधाम मार्ग पर किया। इस दौरान एसडीओपी दिलीप जोशी, टीआई सुजित तिवारी, बीएस गौरे, चौकी प्रभारी सुंदरलाल पटेल, लीला सोलंकी, वन संरक्षक पीएस चंपावत, आरआर परमार मौजूद थे।