इनके पास से स्के नर, प्रिंटर व करीब 20 नकली नोट 500 रुपए के जब्त हुए हैं। दीपेश होम्योपैथिक डॉक्टर है, कृष्णा कंपाउंडर है। दोनों स्केनर की मदद से 500 रुपए के नकली नोट छाप रहे थे। स्कैन करने के बाद वो कलर प्रिंटर से हूबहू नोट का प्रिंट निकाल लेते थे। नकली नोट से वे मोबाइल भी रिचार्ज करा चुके हैं। पहले दीपेश की संविदा में नौकरी थी। कुछ समय पहले नौकरी छूटी तो वो मालवा मिल इलाके में खुद का क्लिनिक चलाने लगा। क्लिनिक नहीं चलने से आर्थिक परेशानी का सामना करने लगा। इसी के बाद उसने नकली नोट बनाने का काम शुरू किया।