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Suicide : ऑनलाइन गेम की लत से कर्ज में डूबे बी.ए. छात्र ने की खुदकुशी

Suicide : ऑनलाइन गेम की लत से कर्ज में डृबे छात्र द्वारा खुदकुशी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने जांच में दो पेज का सुसाइड नोट बरामद किया है। जिसमें छात्र ने परिवारिक स्थिति ठीक नहीं होने। गेम के चक्कर में लोन लेने। और पैसे के लिए लोन वालों द्वारा फोन और वाट्सऐप पर धमकी मिलने का जिक्र किया है।

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Suicide : ऑनलाइन गेम की लत से कर्ज में डूबे बी.ए. छात्र ने की खुदकुशी

Suicide : ऑनलाइन गेम की लत से कर्ज में डूबे बी.ए. छात्र ने की खुदकुशी

Suicide : एएसआइ रामप्रसाद मालवीय ने बताया, बीए और पीजीडीसीए छात्र जितेंद्र 24 पिता भुवान सिंह निवासी पवनपुरी ने सोमवार रात फांसी लगाकर खुदकुशी Suicide की है। शव जांच में दो पेज का सुसाइड नोट बरामद किया है। जिसमें लिखा है मां में बिगड़ गया हूं, मुझे माफ कर देना। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि छात्र ऑन लाइन गेम में पैसे हार गया था। वह तीन पत्ती गेम भी खेलता था। जुएं की लत से वह कर्ज में डूब गया। इस वजह उसने यह कदम उठाया है। छात्र के परिवार मूलत: खरगोन का रहने वाला है। उसके माता-पिता महाराष्ट्र में मजदूरी करते है। परिवार में छोटा भाई और बहन है।


साथी को फंदे पर देख रूम पार्टनर चिल्लाया
दिपक मोरे ने बताया, रात करीब आठ बजे जितेंद्र रूम पर पहुंचा। तुरंत वह जूते, कपड़े बदलने के बाद वहां से निकल गया। जितेंद्र के चले जाने के बाद रूम के साथियों ने खाना खाया और सभी सोने की तैयारी में थे। तभी उसकी बहन सानू ने इंस्टाग्राम पर कॉल किया। सानू ने घटना के बारे में बताया और तत्काल जितेंद्र के पास पहुंचने की बात कही। दीपक अपने साथी के साथ मकान मालिक से दरवाजे का ताला खुलवाया और उन्हीं के वाहन से भंवरकुआ स्थित वीर भगत कोचिंग क्लास के पास पहुंचे। यहां उन्हें जितेंद्र के बैग और जूते पड़े मिले। दोनों उसे तलाशते हुए सीढिय़ों के पास पहुंचे तो उन्हें जितेंद्र सीढ़ी की रैलिंग पर लटक ा मिला। यह देख दोस्त दीपक चिल्लाया वह तत्काल भंवरकुआ थाने पहुंचा। सभी फंदे से उतारकर जितेंद्र को जिला हॉस्पिटल ले गए। वहां जांच के दौरान डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

सुसाइड नोट में इन बातों का जिक्र
जितेंद्र ने सुसाइड नोट में लिखा है सॉरी मां मैं बिगड़ गया, मुझे माफ करना। मेरा मन नहीं घर आने का। मुझसे घर की परिस्थितियां देखी नहीं जाती। जमींन थी वो भी लोगों ने वापस छिन ली। मैं अपने परिवार और दोस्तों से बहुत प्यार करता हूं। मुझे पैसे के लालच में जुआं खेलने की लत लग गई। मुझे लगा की मैं ऑनलाइन गेम खेलकर पैसा जीत लूंगा। और पापा, मम्मी, भाई के लिए घर और गुजारे के लिए थोड़ी जमींन ले लूंगा पर मैं पैसे नहीं जुटा पाया। मेरी प्यारी बहन सानू से बहुत प्यार करता हूं। लिखा है ऑनलाइन गेम के चक्कर में लोन ले लिया। लोन चुकाने की हालत में नहीं हुं। सरकार से निवेदन है मेरा लोन मम्मी पापा से नहीं लेना। अब तक जितनी पढ़ाई की है उक्त दस्तावेज से लोन के पैसे चुका दें। छात्र ने लिखा है उन्होंने ऑनलाइन ऐप से लोन लिया। फोन और वाट्सऐप पर उन्हें गाली देते है। कहते है मेरी कॉल लिस्ट से सभी को गाली देंगे और धमकाने का बोलते है। छात्र ने नोट में पुलिस से निवेदन किया है की वे लोन कंपनी पर कार्रवाई करें। सरकार से मेर निवेदन है कि माता पिता भाई ने मेहनत कर जो जमींन ली थी उसे वापस लौटाई जाए। कैलाश नाम के आदमी ने परिवार को मारकर भगाया है।