
VIDEO : एमआईसी सदस्य को चांटा मारा, कांग्रेस नेताओं पर एफआईआर, अब हुआ ये...
इंदौर. नगर निगम की बजट परिषद की बैठक में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में बजट पर चर्चा शुरू होने से पहले ही बाहर टेंट लगाकर पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी नेता अचानक अंदर घुस गए और नारेबाजी करने लगे। एमआईसी सदस्य सुधीर देडग़े उन्हें समझाने पहुंचे। देडग़े के साथ भीड़ ने कॉलर पकडक़र झूमाझटकी की और उन्हें चांटा मार दिया। मामला थाने तक पहुंच गया।
हंगामे के बीच सभापति अजयसिंह नरूका ने बिना चर्चा के 5647 करोड़ का बजट स्वीकृत कर सभा समाप्त कर दी। इसके बाद सांसद शंकर लालवानी, महापौर मालिनी गौड़, सहित भाजपा पार्षदों ने लसूडिय़ा थाने का घेराव कर दिया। दो घंटे के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता विक्की रघुवंशी, महेश पंडित, शैलेष, दीपू चौहान, सर्वेश तिवारी सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया। देडग़े ने गाली-गलौच, मारपीट के साथ रुपए और चेन चोरी होने का भी आरोप लगाया।
एसएसपी से की शिकायत
मामले में कांग्रेसी शुक्रवार को एसएसपी को शिकायत करने पहुंचे। इस दौरान लाइट जाने से एसएसपी के कैबिन में गुप अंधेरा हो गया। कांग्रेसी नेताओं का कहना था कि कहा जिन बीजेपी पार्षद ने झूठा मुकदमा दर्ज करवाया है। कांग्रेस नेता अश्विन जोशी ने मीडिया की गैर मौजूदगी में एसएसपी को बात करने के लिए कहा। अंधेरे में ही एसएसपी को कांग्रेसियों ने मामले का वीडियो दिखाया। इस दौरान विधायक संजय शुक्ला, नेता प्रतिपक्ष फौजिया अलीम, अश्विन जोशी आदि मौजूद थे। इसके बाद कांग्रेसी मामले को लेकर कलेक्टर से भी मिलने पहुंचे।
बैठक में जो घुसे, उनके हाथ में लिए झंडे पर माधवी चौकसे का नाम
प्रदर्शन करने वालों में पूर्व पार्षद चिंटू चौकसे, राजू भदौरिया, राजेश पांडे सहित दो नंबर विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों कांग्रेसी नेता शामिल थे। इनके हाथों में कांग्रेस के झंडे थे जिन पर कांग्रेस पार्षद माधवी चौकसे और चिंटू चौकसे के नाम लिखे थे। ये सभी निगम के अधीक्षण यंत्री हरभजन सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
- हम नगर निगम के एक अफसर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। मैं बाहर था। हॉल में कौन गए, मुझे जानकारी नहीं है। उनका तरीका गलत था। वैसे पार्षद माधवी चौकसे के निलंबन की जो बात आ रही है वो गलत है, वो तो परिषद की बैठक में ही मौजूद थी। उन पर कार्रवाई गलत है।
चिंटू चौकसे, कांग्रेस नेता
ये नगर निगम के इतिहास का काला दिन है। हम बजट पर बहस करना चाहते थे, लेकिन कांग्रेसी हंगामे की तैयारी में थे। मैं अफसरों को पहले ही कह रही थी कि सुरक्षा व्यवस्था करें, लेकिन वे भी कांग्रेस के दबाव में काम कर रहे हैं। कोई व्यवस्था नहीं की, जिसके कारण ये घटना हुई है।
-मालिनी गौड़, महापौर
नगर निगम के भ्रष्टाचार और गड़बडिय़ों को भाजपा छुपाना चाहती थी। इसलिए हंगामे की आड़ में बजट को बगैर चर्चा के स्वीकृत कराया गया।
-फौजिया अलीम, नेता प्रतिपक्ष
Updated on:
14 Jun 2019 04:46 pm
Published on:
14 Jun 2019 01:43 pm
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