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तलावली चांदा में 4.3 करोड़ की लागत से बनेगी खाद्य-औषधि परीक्षण प्रयोगशाला

Indore News: राज्य शासन के शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को प्रभावी गति देने के लिए शनिवार को तलावली चांदा में 4.33 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले अत्याधुनिक खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला तथा कार्यालय भवन का भू्मिपूजन हुआ।

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इंदौर

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Mohan Mishra

Oct 20, 2019

तलावली चांदा में 4.3 करोड़ की लागत से बनेगी खाद्य-औषधि परीक्षण प्रयोगशाला

तलावली चांदा में 4.3 करोड़ की लागत से बनेगी खाद्य-औषधि परीक्षण प्रयोगशाला

इंदौर. राज्य शासन के शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को प्रभावी गति देने के लिए शनिवार को तलावली चांदा में 4.33 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले अत्याधुनिक खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला तथा कार्यालय भवन का भू्मिपूजन हुआ। मप्र विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति की अध्यक्षता, स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट के मुख्य आतिथ्य, वाणिज्यिक कर मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर व लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के विशेष आतिथ्य में शिलान्यास किया गया।
यह भवन चार मंजिला होगा तथा इसमें अत्याधुनिक उपकरण व सुविधा रहेंगी, जिससे भोपाल स्थित प्रयोगशाला पर पड़ रहे अतिरिक्त भार को कम किया जा सकेगा तथा नमूना जांच प्रतिवेदन समय पर प्राप्त हो सकेगा। प्रजापति ने कहा, मंत्री सिलावट ने अभियान की जानकारी देते हुए बताया, अभियान के अन्तर्गत 19 जुलाई से 15 अक्टूबर तक कुल 2147 नमूनों के जांच प्रतिवेदन जारी किए, जिनमें 666 नमूने अवमानक, 163 नमूने मिथ्या छाप, 40 नमूने अपद्रव्य, 36 नमूने असुरक्षित, 30 नमूने प्रतिबंधित व 1212 नमूने मानक स्तर के घोषित किए गए। अब तक प्रदेश में कुल 89 एफ आइआर मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माण एवं विक्रेता के विरूद्ध दर्ज हो चुकी है। कार्यक्रम में खाद्य एवं औषधि नियंत्रक रवींद्र सिंह, संयुक्त नियंत्रक डीके नागेन्द्र, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिय़ा आदि उपस्थित थे।

31 मिलावटखोरों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई

मध्य प्रदेश में मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माताओं और विक्रेताओं के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में पिछले ढाई महीने में 31 मिलावटखोरों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गई है। मध्य प्रदेश जनसंपर्क के एक उप संचालक ने शनिवार को बताया कि प्रदेश में गत 19 जुलाई से मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माताओं और विक्रेताओं के खिलाफ चलाये जा रहे ‘शुद्ध के लिये युद्ध अभियान’ में अब तक 31 कारोबारियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है।

मिलावटखोरों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए

मालूम हो कि दूध और इससे बने उत्पादों का कारोबार करने वाले गिरोहों के खिलाफ 19 जुलाई से अभियान शुरू करने के कुछ दिन बाद ही मध्यप्रदेश सरकार ने फलों को घातक केमिकल से पकाये जाने वाले और उन्हें स्वादिष्ट बनाने के लिए उनमें मीठा पदार्थ डालने वाले मिलावटखोरों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए हैं। इसके अलावा, राज्य सरकार ने साग-सब्जियों को ताजा एवं बढिय़ा दिखाने के लिए उन पर स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक लेपों को लगाने वाले मिलावटखोरों के खिलाफ भी कड़े कदम उठाए हैं।