हम कुछ दोस्त ज्वाला देवी दर्शन करने गए थे। वहां किसी भक्त ने स्वर्ण चढ़ाया था। इंदौर के मंदिर को स्वर्ण से बनाने की हमारी भी इच्छा हुई, लेकिन बजट नहीं था। स्वर्ण की तरह दिखने वाला पीतल लगाकर कल्पना को साकार किया। रामायण मंडल व भजन मंडली हर शुक्रवार को यहां भजन करती है। अधिकतर पुलिसकर्मी ही मंदिर से जुड़े हैं।