
इंदौर. मिट्टी के वाटर पॉट तो आपने देखे होंगे, लेकिन अब मिट्टी के कुकवेअर, किचनवेअर भी अवेलेबल हैं और वो भी खूबसूरत डिजाइंस के साथ। मिट्टी के ये बर्तन इस कदर खूबसूरत हैं कि इन्हें घर में सजाने का मन होता है। इन बर्तनों को वारली आर्ट, पेंटिंग्स और मोतियों से सजाय गया है। इन सभी बर्तनों को वास्तविक रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है पर इनकी खूबसूरती इन्हें डेकोरेटिव पीस भी बना देती है।
ये अनूठे बर्तन गुजरात की कंपनी ने बनाए हैं, जिन्हें पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम ने भी सराहा था। ये अब इंदौर में भी अवलेबल हैं। गुजरात के बांकानेर में बने इन बर्तनों में थाली, कटोरियां, गिलास के साथ परोसने के बर्तन यानी बाउल्स, राइस प्लेट आदि भी हैं यानी कंपलीट डिनर सेट। टी सेट भी है यानी कप-सॉसर, कॉफी मग के साथ केटल भी है। इन बर्तनों को वारली आर्ट से सजाया गया है। बस सावधानी इतनी रखना है कि इन्हें डिटरजेंट से नहंी बल्कि सोड़े या नीबू पानी से साफ करना है।
मिट्टी का प्रेशर कुकर और केसरोल्स
कंपनी ने मिट्टी का प्रेशर कुकर भी बनाया है जिसमें बाकायदा गास्केट और सीटी भी लगी है। केसरोल्स भी हैं जिनमें खाना गर्म रहता है। कंपनी के शोरूम संचालक भावेश शर्मा ने बताया कि मिट्टी के प्रेशर कुकर में खाना पकाने से उसके पोषक तत्व नष्ट नहीं होते और केसरोल्स में रोटियां रखने से रोटी पसीजती नहीं हैं जबकि सामान्य केसरोल में अकसर एेसा होता है। मिट्टी के नॉनस्टिक तवे भी यहां हैं।
मिट्टी की वाटर बॉटल्स और मिट्टी का फ्रिज
मिट्टी की इस दुनिया में मिट्टी का बना फ्रिज है जो बिना बिजली के दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स को दो दिन और फल-सब्जियेां को तीन-चार दिनों तक ताजा रखता है। मिट्टी की वाटर बॉटल्स में तो पानी बिना फ्रिज में रखे ही १५ मिनट में ठंडा हो जाता है। वाटर पॉट्स में पानी फिल्टर भी किया जाता है। भावेश शर्मा बताते हैं कि इन बर्तनों को बनाने में किसी तरह का रंग या केमिकल यूज नहीं किया गया है, इसलिए ये हेल्थ के लिए सुरक्षित हैं।
Published on:
22 Oct 2017 06:58 pm
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