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अमेरिका में एक एकड़ में 30 क्विंटल सोयाबीन जबकि हमारा महज 6 क्विंटल, जानिए कैसे बढ़ सकता है उत्पादन

ब्राजील में एक एकड़ में 26 क्विंटल, अर्जेंटीना में 28 क्विंटल और अमेरिका में 30 क्विंटल सोयाबीन पैदा होता है।

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जानिए कैसे बढ़ सकती है सोयाबीन की पैदावार

इंदौर। अमेरिका में एक एकड़ में 30 क्विंटल सोयाबीन होता है जबकि मध्यप्रदेश में एक एकड़ में महज 6 क्विंटल सोयाबीन ही होता है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यह बात कही और उत्पादन कैसे बढ़ सकता है, इसका उपाय भी सुझाया। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमारे शिक्षण संस्थानों को शोध करना चाहिए।

खंडवा रोड स्थित सभागृह में गुरुवार को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ते कदम विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। यहां मुख्य वक्ता के रूप में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि देश के विकास में उद्योग और कृषि अहम स्थान रखते हैं जबकि भारत की जीडीपी में कृषि का योगदान महज 12-13 प्रतिशत है।

उन्होंने कहा— मप्र में एक एकड़ में छह क्विंटल सोयाबीन पैदा होता है। ब्राजील में एक एकड़ में 26 क्विंटल, अर्जेंटीना में 28 क्विंटल और अमेरिका में 30 क्विंटल सोयाबीन पैदा होता है। सोयाबीन की पैदावार बढ़ाने को लेकर उन्होंने शोध करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षण संस्थानों को सोयाबीन की पैदावार बढ़ाने के लिए शोध करना चाहिए. ऐसा करने से मालवा और पूरे प्रदेश की इकोनामी बदल जाएगी। ऐसा शोध प्रदेश के विकास को नई राह देगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देशभर के शिक्षण संस्थानों में हर साल सैकड़ों शोध होते हैं। इन शोधों से प्रदेश, संभाग या किसी जिले को फायदा न हो तो इसका कोई मतलब नहीं। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि मैं हमेशा संस्थानों को नीड बेस यानि जरूरत आधारित शोध करने की सलाह देता हूं।

गडकरी ने कहा कि देश की जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री का योगदान 22-23 और सर्विस सेक्टर का 52-56 प्रतिशत के बीच है। उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने के लिए एक्सपोर्ट को बढ़ाना होगा। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक्सपोर्ट को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने की जरूरत है। यह तभी संभव होगा जब देश में प्रत्येक वस्तुओं का निर्माण शुरू होगा। यही कारण है कि केंद्र सरकार स्टार्टअप को प्राथमिकता दे रही है।