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MP Election 2023: इंदौर के चुनाव में खींचतान, इस दिन होगा बड़ा खेल

- 60 से अधिक प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कांग्रेस नवरात्रि के पहले दिन कर सकती है।

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इंदौर

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Manish Geete

Oct 14, 2023

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60 से अधिक प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कांग्रेस नवरात्रि के पहले दिन कर सकती है। ये वही नाम होंगे, जिन पर खीचतान की स्थिति नहीं है। इंदौर-1 से संजय शुक्ला, 2 से चिंटू चौकसे, सांवेर से रीना बौरासी, राऊ से जीतू पटवारी और देपालपुर से विशाल पटेल का सिंगल नाम होने से पहली सूची में ये शामिल रहेंगे। वहीं, विधानसभा 3, 4, 5 और महू में पार्टी को टिकट फाइनल करने में पसीने छूट रहे हैं। दावेदार अपने आकाओं के जरिए टिकट की जुगाड़ में लगे हैं, वहीं जातीय समीकरण और सर्वे के आधार पर भी ताल ठोकी जा रही है।

विधानसभा - 3
तीन दावेदारों के बीच उलझा टिकट
यहां तीन दावेदार हैं। इनमें से पूर्व विधायक अश्विन जोशी प्रदेश कांग्रेस के सर्वे में सबसे ऊपर हैं। दूसरे दावेदार पिंटू जोशी हैं। पार्टी ने पिछले चुनाव में इस बार टिकट देने का वादा किया था। तीसरे नंबर पर कई दावेदार हैं, जो समाज के समीकरण बताकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को साधने में लगे हैं। तीनों के बीच खीचतान जारी है। पार्टी यहां दो बार से हार का मुंह देख रही है।

विधानसभा - 4
जैन और सिंधी मतदाताओं में उलझा टिकट
लंबे समय से यह सीट भाजपा की झोली में जा रही है। यहां राजा मंधवानी और अक्षय बम दावेदार हैं। दोनों ही अपने-अपने समाज का हवाला देकर टिकट मांग रहे हैं। सिंधी और जैन समाज के वोटरों के नाम पर टिकट मांगा जा रहा है। दोनों की सक्रियता पर कांग्रेसी ही सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि चुनाव के पहले दोनों दावेदार विधानसभा की जमीन बनाने के लिए कहीं दिखाई नहीं दिए। हालांकि पहली सूची में 4 नंबर का टिकट भी हो सकता है।

विधानसभा - 5
धार्मिक आयोजन की होड़ से टिकट का दावा
यहां भी तीन दावेदार हैं। एक दावेदार स्वप्निल कोठारी युवाओं और जैन समाज में अपनी पकड़ के आधार पर टिकट मांग रहे हैं, जबकि सत्यनारायण पटेल पूर्व विधायक होने के नाते मैदान में हैं। तीसरे दावेदार अमन बजाज हैं। इस विधानसभा क्षेत्र में धार्मिक आयोजन की झड़ी लगी हुई है। कथा, अभिषेक के बहाने भीड़ जुटाकर आलाकमान को साधा जा रहा है।

महू
पार्टी असमंजस की स्थिति में
इस विधानसभा क्षेत्र का टिकट फाइनल करने में कांग्रेस के पसीने छूट रहे हैं। क्योंकि, जातीय समीकरणों के आधार पर यहां टिकट तय होना है। पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार और भाजपा से कांग्रेस में आए राम किशोर शुक्ला के बीच द्वंद्व चल रहा है। बताया जाता है, शुक्ला को टिकट देने के वादे पर ही कांग्रेस में लाया गया है। ब्राह्मण और राजपूत वोटर्स के समीकरण में टिकट पर माथापच्ची चल रही है।