इंदौर शहर (indore city) इन दिनों भट्टी सा तप रहा है। ऐसा भी नहीं है कि पहले कभी इतना तापमान नहीं रहा, लेकिन कुछ दिनों से गर्मी ने बेहद परेशान कर दिया है। मौसम के इस बदलाव के पीछे हरियाली कम होना जैसे कारण तो हैं। एक बड़ा कारण एसी भी है। एसी अंदर तो ठंडा कर देता है, लेकिन बाहर गर्म हवा फेंकता है।
एक्सपर्ट के मुताबिक, डेढ़ टन का एसी एक घंटे में 5 डिग्री तक तापमान बढ़ा देता है। आजकल घर, दुकान, ऑफिस, मॉल, होटल, सरकारी कार्यालय में एक या इससे अधिक एसी होना सामान्य बात है। तापमान को बढ़ाने में एसी भी बड़ा जिम्मेदार है और वातावरण पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, शहर में 3.5 लाख एसी हैं।
डेढ़ टन का एक एसी एक घंटे में 6.72 किलोवाट गर्मी बाहर फेंकता है और ढाई से तीन फीट तक के हिस्से में 5 डिग्री तापमान बढ़ा देता है। वातावरण में गर्मी सर्कुलेट होने से तापमान बढ़ जाता है। चलन में विंडो, स्लीप्लीट, पैक्ड एयरकंडीशन और सेंट्रल एसी होते हैं। सेंट्रल एसी सबसे ज्यादा गर्मी बाहर फेंकता है।
शहर में बिजली की मांग करीब 700 मेगावाट है। बिजली कंपनी के अनुसार, शहर में 7.5 लाख बिजली कनेक्शन हैं। 3.5 लाख एसी, साढ़े 20 लाख पंखे, 4.5 लाख कूलर और 6 लाख फ्रीज चल रहे हैं।
एक्सपर्ट कमेंट डॉ. एसपीएस राजपूत, प्रोफेसर मैकेनिकल इंजीनियरिंग,, मैनिट, भोपाल
इंदौर में साढ़े तीन लाख एसी होना वातावरण के लिए चिंता का विषय है। हमारी रिसर्च के अनुसार, डेढ़ टन का एक एसी एक घंटे में 6.72 किलोवाट गर्मी बाहर फेंकता पाया गया। यह ढाई से तीन फीट तक 5 डिग्री तापमान बढ़ा देता है। यही तापमान वातावरण को गर्म कर रहा है। एसी की आउटडोर यूनिट के पास खडे होकर अधिक गर्मी को महसूस किया जा सकता है।
एक्सपर्ट कमेंट डॉ. अशोक अतुलकर, एसोसिएट प्रोफेसर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, एसजीएसआइजीएस, इंदौर
ज्यादातर चार तरह के एसी उपयोग किए जाते हैं। सबसे ज्यादा गर्म हवा सेंट्रल एसी बाहर फेंकते हैं। हमें एसी का उपयोग कम करना चाहिए। विंड में कूलर लगाएं तो ज्यादा अच्छा होगा। एसी की क्वालिटी ऐसी हो, जो कम गर्म हवा बाहर फेंकता हो। डेढ़ टन का एसी सामान्य तौर पर उपयोग किया जाता है। अलग-अलग कंपनियों के एसी विभिन्न स्तर पर तापमान बढ़ाते हैं।
Updated on:
24 May 2024 10:18 am
Published on:
24 May 2024 09:38 am