इंदौर में वन विभाग के द्वारा 25 हजार लाल चंदन के पौधे रोपे जाएंगे। नवरत्न बाग में वन विभाग की नर्सरी में लाल चंदन के बीज रोपे गए हैं। लाल चंदन के बीज को नागपुर से लाया गया है। इसके पौधे बनने का इंतजार जुलाई तक किया जाएगा। लाल चंदन लगाने के लिए 4.5 पीएच से 6.5 पीएच तक की उपजाऊ मिट्टी लगती है। अभी तक ये केवल आंध्र प्रदेश यानी साऊथ इंडिया की शेषाचलम की पहाड़ियों पर पाया जाता था। शेषाचलम की पहाड़ियां तमिलनाडु तक फैली हुई हैं।
वन विभाग की ओर से 25000 हजार पौधे तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इसे पूरे शहर में फ्री बांटा जाएगा। ताकि लोग इसकी देखरेख कर सकें। कुछ सामाजिक संस्थाओं की मदद से यह पौधे बांटे जाएंगे। यह केवल उन्हें ही दिया जाएगा। जो लोग इसकी अच्छे से देखभाल कर पाएं। आने वाले दिनों में यह प्रयोग सफल रहा तो किसानों के साथ एमपी के आम आदमी के लिए तरक्की का नय आयाम खुल जाएगा। इंदौर में गुजरात का नारियल उगाया जा रहा है। अब नजर साऊथ इंडिया के लाल चंदन पर है। वहीं इसका इस्तेमाल कई प्रकार की बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है।