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5500 एकड़ में बनेगा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, सरकार ने दी हरी झंडी

एमपीआइडीसी बनाएगा इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल इंडस्ट्रियल व इन्वेस्टमेंट एरियाअंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को हरी झंडी, भूमि अधिग्रहण का काम होगा शुरू

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अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को हरी झंडी

इंदौर. इंदौर से 46 किमी दूर हाटपिपल्या-चापड़ा के समीप अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए काम शुरू करने को सरकार ने हरी झंडी दे दी। एमपीआइडीसी (मप्र औद्योगिक विकास निगम), इंदौर व देवास कलेक्टर को इसके लिए जमीन अधिग्रहण व मॉडल प्रक्रिया के आकलन के निर्देश दिए गए हैं। अब एजेंसियां अपने स्तर पर प्लान तैयार कर काम शुरू करेंगी।

सरकार की मंशा है कि जनवरी तक एयरपोर्ट का खाका तैयार कर लिया जाए, ताकि अप्रवासी भारतीय सम्मेलन व ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इसे शोकेस किया जा सके। शुक्रवार को मुख्य सचिव इकबालसिंह बैस ने वीडियो कॉन्फ्रेंस से प्रोजेक्ट की समीक्षा की। बताया कि यह एयरपोर्ट इंदौर व देवास जिलों को जोड़ते हुए बनेगा। बैस ने बैठक में स्पष्ट कर दिया कि प्रोजेक्ट पर शुरुआती योजना बनाते हुए काम शुरू कर दिया जाए। सबसे पहला काम जमीन अधिग्रहण का होगा। इसके लिए प्रस्ताव बनाएं। लैंड पूलिंग व अधिग्रहण दोनों विकल्प के साथ आकलन करें। बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह, एमपीआइडीसी के इडी रोहन सक्सेना व अन्य अधिकारी मौजूद थे।

मॉडल का प्रस्ताव भी करेंगे तैयार
कलेक्टर ने बताया, प्रारंभिक तैयारियों में जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया, एयरपोर्ट किस मॉडल पर बनाएंगे आदि की तैयारियां की जाएंगी। इसमें राज्य सरकार, एयरपोर्ट अथॉरिटी व केंद्र सरकार की भूमिका पर भी प्रस्ताव तैयार होना है। इसके लिए अलग-अलग विकल्प पर विचार चल रहा है। इसमें एयरपोर्ट अथॉरिटी व पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप संभावनाएं हैं।

5500 एकड़ में बनेगा इन्वेस्टमेंट जोन
एमपीआइडीसी के सक्सेना के अनुसार, 5500 एकड़ में एयरपोर्ट का विकास होगा। 5500 एकड़ जमीन अन्य उपयोग के लिए ली जाएगी। इसमें कुछ जमीन किसानों को विकसित कर देंगे और आधे हिस्से पर एयरपोर्ट के समीप ही इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल इंडस्ट्रियल व इन्वेस्टमेंट जोन तैयार किया जाएगा।

तकनीकी जांच के बाद तय होगा स्थान
एयरपोर्ट के निर्माणस्थल को लेकर भी चर्चा की गई। सीएस ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और मौसम विभाग इस बारे में अंतिम निर्णय लेंगे। यह वर्तमान प्रस्तावित स्थल के आसपास ही रहेगा। तकनीकी आकलन के बाद इसमें 3-4 किमी का अंतर हो सकता है।