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जामताड़ा से शुरुआत हुई, अब मध्यप्रदेश बना गया ‘फ्रॉड की राजधानी’

मध्यप्रदेश के सैकड़ों गांवों के अधिकांश युवा लगे ठगी में, फर्जी मोबाइल सिमों के कारण पकड़ से दूर अधिकांश गिरोह

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इंदौर

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Manish Geete

Nov 04, 2022

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इंदौर। इंटरनेट व स्मार्टफोन (internet and smartphon) का इस्तेमाल बढ़ने के साथ ही साइबर फ्रॉड भी तेजी से पैर फैला रहा है। सालों पहले ओटीपी-बैंक फ्रॉड (otp bank fraud) की शुरुआत जामताड़ा (झारखंड) से हुई और धीरे-धीरे कई इलाकों में फैल गया। भरतपुर के गांवों के युवा जहां सेक्सटॉर्शन-ओएलएक्स फ्रॉड में एक्सपर्ट हो गए हैं तो मेवात गिरोह एटीएम कार्ड बदलने, मशीनों को हैक करने की ठगी कर रहा है। अब मध्यप्रदेश के कई जिलों में भी साइबर फ्रॉड की गैंग बन गई है।

विजयनगर पुलिस ने कुछ समय पहले फ्लैट में रहने आए युवकों को पकड़ा तो पता चला कि वे सभी शिवपुरी के हैं और यहां रहकर सेक्सटॉर्शन (Sextortion) के जरिए लोगों को ब्लैकमेल कर ठगी कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर कई लोगों से सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाकर राशि की मांग करने के मामले में शिकायत हुई।

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पता चला कि शिवपुरी के साथ ही हरदा व गुना के युवा भी ठगी में शामिल हो गए हैं। एडिशनल डीसीपी गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक, प्रदेश में पहले टीकमगढ में कुछ युवकों के गिरोह ने ओटीपी व बैंक अधिकारी बनकर केवायसी अपडेट (kyc update) करने के नाम पर ठगी शुरू की थी, लेकिन अब अन्य जिलों के बदमाशों के गिरोह भी सामने आ रहे हैं।

मध्यप्रदेश के कई जिलों के युवा ऑनलाइन ठगी के मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं और कई की तलाश जारी है। टीकमगढ़ के गिरोह नौकरी, सस्ता सामान व ओटीपी हासिल कर राशि ट्रांसफर कर ठगी करने में माहिर हैं। शिवपुरी, हरदा व गुना के गिरोह न्यूड वीडियो (nude video) बनाकर ठगी करने के मामले में शामिल है। कई घटनाओं में इनकी लिप्तता सामने आ चुकी है।

6 हजार शिकायतें, 70 प्रतिशत में मेवात-भरतपुर के गिरोह

पुलिस को 1 जनवरी से सितंबर तक ऑनलाइन ठगी की 6 हजार शिकायतें मिली है। इसमें से करीब 70 प्रतिशत मामलो में मेवात व भरतपुर के गिरोह के बदमाशों के शामिल होने के सबूत मिल चुके हैं।

साइबर फ्रॉड गैंग

जामताड़ा: साइबर अपराध के शुरुआती दौर में जामताड़ा (jamtara jharkhand) का नाम आया था। वहां के गांवों के युवा जंगलों में बैठकर लोगों के साथ ठगी करते हैं। झांसे में लेकर लोगों से ओटीपी हासिल कर और बैंक अधिकारी बनकर केवायसी अपडेेट करने के बहाने खाते को साफ करना, नौकरी के नाम पर फ्रॉड करने का काम करते थे। देशभर में तलाश शुरू हुई तो वर्ष 2018 में वहां साइबर थाना शुरू करना पड़ा।

भरतपुर: राजस्थान के भरतपुर के करीब 210 गांव के लोग ठगी कर रहे हैं। यहां के युवा देशभर के लोगों को सेक्सटॉर्शन में फंसाकर ब्लैकमेल करते हैं। ओएलएक्स पर सेना का अधिकारी बनकर ठगी करने वालों में भी भरतपुर की गैंग ही देशभर मे वाटेंड है।

मेवात: हरियाणा की मेवात गैंग भी देशभर में वाटेंड है। इस गिरोह ने एटीएम मशीनों को निशाना बना रखा है। एक साल पहले इंदौर में 10 एटीएम मशीनों से नकदी निकालने में गिरोह का नाम सामने आया था। बदमाश एटीएम मशीन के कैश बाक्स को विशेष उपकरण के जरिए अटका देते हैं जिससे राशि निकल जाती है और पता भी नहीं चलता।