
कुख्यात गैंगस्टर युवराज के साथ आरती में शामिल हुए कैलाश
इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के साथ में कुख्यात गैंगस्टर युवराज उस्ताद की भी एंट्री एक नंबर विधानसभा में हो गई। अंतिम चौराहे पर एक सार्वजनिक गणेश पांडाल में आरती के दौरान दोनों साथ नजर आए। उसकी मौजूदगी को देखकर लोग सकते में आ गए है। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं क्षेत्र का माहौल खराब ना हो जाए।
शहर के कई अपराधिक तत्वों को संरक्षण देने के आरोप भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय व उनकी टीम पर कई बार लग चुके है। नगर निगम चुनाव में तो विजयवर्गीय व उनके बेटे आकाश ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। गैंगस्टर युवराज उस्ताद की पत्नी को पार्षद का टिकट दे दिया था। पत्रिका ने जब खुलासा किया तो बात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान तक पहुंची। सख्त रवैये के बाद में टिकट बदला गया। इतनी बदनामी के बावजूद कैलाश अभी भी नहीं मान रहे है।
एक नंबर विधानसभा से टिकट मिलने के बाद कैलाश ने बड़ा गणपति चौराहे पर सभा की और बाद में कई जगहों पर पहुंचे जिसमें वे अंतिम चौराहे पर एक सार्वजनिक गणेश उत्सव की आरती में भी शामिल हुए। उनके साथ इंदौर का कुख्यात गैंगस्टर युवराज उस्ताद भी पूरे समय साए की तरह मौजूद था। युवराज की उपस्थिति को देखते हुए आरती में पहुंचे भाजपाई व जनता की जमीन खिसक गई। उन्हें डर सताने लग गया कि ऐसे तो क्षेत्र का माहौल खराब ना हो जाए। कैलाश के एक नंबर विधानसभा से टिकट तय होने पर युवराज के अलावा रामसिंह और मनोज परमार भी नजर आए। इस पर माहौल गरमाया हुआ है।
दो नंबरियों का हस्तक्षेप
गौरतलब है कि टिकट घोषित होते ही कैलाश की टीम ने क्षेत्र को केप्चर करना शुरू कर दिया है। संगठन को ताक पर रखते हुए ठेकेदार महेश दलोदरा ने मैनेजमेंट जमाना शुरू कर दिया तो अशोक चौहान उर्फ चांदू भी हर मामले में हस्तक्षेप करते नजर आए। इसके अलावा दो नंबर विधानसभा के कई नेताओं का आना जाना तेज हो गया है जिससे एक नंबरी भाजपाई खुद को ठगा सा मेहसूस कर रहे है।
कैलाश के आते ही एक नंबर में शुरू हुई कलेश
इंदौर। कैलाश के एक नंबर विधानसभा में प्रवेश करते ही कार्यकर्ताओं में कलेश शुरू हो गया। पार्षद के निवास पर भाजपाइयों के बीच में जमकर लात घूसे चले। दोनों को अलग कराया गया। विवाद धक्का मुक्की को लेकर हुआ था। जहां-जहां पांव पड़े 'संतन' के तहां-तहां बंटाधार.... ये हाल एक नंबर भाजपा में अब भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के प्रत्याशी घोषित होने के बाद हो रहे है।
बड़ा गणपति सभा में बड़बोलापन दिखाते हुए बयान देने के बाद में कैलाश वार्ड नंबर ४ की पार्षद बरखा मालू के निवास पहुंचे। जहां पर बवाल हो गया। कुछ कार्यकर्ताओं के बीच में धक्का मुक्की हो गई जिस पर विवाद इतना बड़ा कि हाथापाई हो गई। भाजयुमो का काम करने वाले शुभम नामक कार्यकर्ता की सम्राट अशोक मंडल के अध्यक्ष गगन यादव ने पिटाई कर दी। बवाल को देखते हुए मौजूद नेताओं ने तुरंत फुरंत दोनों को अलग अलग किया। मौके पर दोनों शांत हो गए लेकिन आपसी तनातनी इतनी हो गई है कि विवाद बढऩे की संभावनाएं है।
दिल्ली तक पहुंची भाषण की वीडियो
गौरतलब है कि बड़ी गणपति पर भाषण के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी आदत अनुसार बड़ी बड़ी बातें कहीं। बोले कि मैं टिकट से खुश नहीं हूं... अपन बड़े नेता हो गए है, हाथ-वाथ थोड़ी जोड़ेगे। चुनाव लडऩे का माइंडसेट होता है। अपने को तो भाषण देना था। आठ सभा रोज करनी थी। ये बोलता हुआ वीडियो इंदौर तो ठीक देशभर में जबरदस्त वायरल हुआ जिस पर आम जनता की प्रतिक्रिया भी काफी तीखी रही। इसके अलावा दिल्ली से भी कैलाश के भाषण का पूरा वीडियो बुलवाया गया। पार्टी के शीर्ष नेताओं ने टिकट घोषित किया था। मना जा रहा है कि ऐसा बोलकर कैलाश उनका अपमान कर रहे है।
Published on:
28 Sept 2023 09:08 am
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