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अग्निवीरों को बीजेपी दफ्तर में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी में देंगे प्राथमिकता- कैलाश विजयवर्गीय

विजयवर्गीय के बयान पर मचा बवाल, कांग्रेस बोली ये सैनिकों का अपमान..

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इंदौर. एक तरफ जहां 'अग्निपथ' योजना (agneepath scheme) को लेकर देशभर में हंगामा मचा हुआ है और उपद्रव व विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं वहीं इसके बीच बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (KAILASH VIJAYVARGIYA) ने इसे लेकर एक ऐसा बयान दिया है जिसे लेकर बवाल मच गया है। कांग्रेस ने विजयवर्गीय पर तीखा हमला बोला है तो वहीं भाजपा के ही सांसद ने भी विजयवर्गीय के बयान का विरोध किया है। हालांकि इस मामले पर अब कैलाश विजयवर्गीय की तरफ से ट्विटर पर सफाई भी दी गई है। तो चलिए जानिए क्या कहा कैलाश विजयवर्गीय ने...

ये क्या बोल गए विजयवर्गीय ?
इंदौर के बीजेपी कार्यालय में पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अग्निपथ योजना को लेकर प्रेस से बात कर रहे थे। इस दौरान योजना को लेकर देशभर में हो रहे प्रदर्शनों को लेकर कहा कि ये घटनाएं बेहद दुखद हैं क्योंकि अग्निपथ योजना एक लाभकारी योजना है। उन्होंने आगे कहा कि चार साल तक सेवा के बाद जब अग्निवीर सेवा कर बाहर निकलेंगे तो उनके पास 11 लाख रुपए होंगे और उनकी छाती पर अग्निवीर (AGNIVEER) का तमगा होगा। इसके आगे विजयवर्गीय ने वो बात कही जिसे लेकर बवाल मच गया। दरअसल विजयर्गीय ने कहा कि अगर उन्हें बीजेपी के दफ्तर में सिक्योरिटी गार्ड रखना है तो वो गार्ड की नौकरी के लिए अग्निवीरों को प्राथमिकता देंगे।

कांग्रेस ने साधा निशाना
कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति लेते हुए विजयवर्गीय पर हमला बोला है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया पर बयान जारी कर लिखा गया है- बीजेपी महासचिव कर रहे सैनिकों का अपमान, बीजेपी कार्यालय के बाहर चौकीदार बनेंगे अग्निवीर। मोदी जी, इसी मानसिकता का डर था। “बेशर्म सरकार”

युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने भी विजयवर्गीय के बयान की निंदा की और उसका वीडियो शेयर करते हुए लिखा- भाजपा के मंसूबों का सबसे बड़ा कबूलनामा...

वहीं पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी ट्वीट कर विजयवर्गीय पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा- जिस महान सेना की वीर गाथाएँ कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ़्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्यौता, उसे देने वाले को ही मुबारक। भारतीय सेना माँ भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक 'नौकरी' नहीं।

विजयवर्गीय ने दी सफाई
बयान पर बवाल मचने के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने भी ट्विटर पर ट्वीट कर मामले पर सफाई दी। उन्होंने लिखा कि ग्निपथ योजना से निकले अग्निवीर निश्चित तौर पर प्रशिक्षित एवं कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध होंगे, सेना में सेवाकाल पूर्ण करने के बाद वह जिस भी क्षेत्र में जायेंगे वहां उनकी उत्कृष्टता का उपयोग होगा। मेरा आशय स्पष्ट रूप से यही था। कैलाश ने कहा कि टूलकिट से जुड़े लोग मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत करके कर्मवीरों का अपमान करने की कोशिश कर रहे हैं। यह देश के कर्मवीरों का अपमान होगा। राष्ट्रवीरो-धर्मवीरों के ख़िलाफ़ इस टूलकिट गैंग के षड्यंत्रों को देश भली भांति जानता है।