khajrana ganesh temple: इंदौर के खजराना गणेश मंदिर की दान पेटी से निकला ऐसा मन्नत पत्र जिसने सबको चौंका दिया। एक भक्त ने भगवान से तुरंत 5 करोड़ रुपए मांगे हैं। पढ़िए क्या है ये रोचक मामला। (bhakt demands 5 crore)
khajrana ganesh temple:खजराना गणेश मंदिर की दान पेटियां (donation box) खोली जा रही है। 5 दिन में 1 करोड़ 90 लाख रुपए का चढ़ावा आया है। नकदी के अलावा सोना-चांदी, विदेशी मुद्रा भी बड़ी संख्या में भक्तों ने अर्पित किए हैं। मन्नत के पत्र भी दान पेटियों से निकल रहे हैं। इसमें पढ़ाई, नौकरी, जल्द शादी और बीमारी से छुटकारे की बात है।
एक व्यक्ति ने तुरंत 5 करोड़ रुपए की मांग की है। मंदिर प्रबंधक जीएस मिश्रा ने बताया, सोमवार से खजराना गणेश मंदिर प्रबंध समिति ने पेटियां खोलकर दान की गिनती शुरू की। करीब 29 पेटियां खोली गई है। करीब 25 कर्मचारी गिनती कर रहे हैं। शनिवार-रविवार को अवकाश के बाद सोमवार को फिर गिनती शुरू होगी जो एक-दो दिन चलेगी। (bhakt demands 5 crore)
मंदिर से जुड़े लोगों के अनुसार हर बार की तरह इस बार भी बड़ी संख्या में मन्नत लिखकर पत्र भक्तों ने पेटी में डाले हैं। एक भक्त ने पत्र में लिखा कि भगवान कोरोना में मेरा व्यापार चौपट हो गया है। मुझे तुरंत 5 करोड़ की जरूरत है। मुझे जल्द 5 करोड़ दिलवा दीजिए।
खजराना गणेश मंदिर के प्रति इंदौर के साथ देश-विदेश के भक्तों की भी आस्था है। दस दिनी गणेशोत्सव में लाखों लोग दर्शन करने आते हैं। इसे देखते हुए व्यवस्था जुटाई जाएगी। ऑनलाइन पूजा व अभिषेक के लिए ऐप व पोर्टल बनाने का फैसला भी किया गया, ताकि मोबाइल पर भी भक्त प्रथम पूज्य के दर्शन कर सकें।
शुक्रवार को कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में श्री खजराना गणेश मंदिर प्रबंध समिति की बैठक हुई। इसमें निगमायुक्त शिवम वर्मा व अपर कलेक्टर निशा डामोर के अलावा संबंधित विभाग के अफसर, पुजारी व भक्त मौजूद थे। बैठक में 27 अगस्त से शुरू होने वाले गणेश उत्सव की तैयारियों को लेकर समीक्षा की गई।
नियमित भजन संध्या होगी तो तीन दिन बड़े भजन गायक प्रस्तुति देंगे। भक्तों के लिए चार एलईडी स्क्रीन से लाइव प्रसारण किया जाएगा। ऐप व पोर्टल भी तैयार किया जा रहा है. जिससे श्रद्धालु मोबाइल व अन्य ऑनलाइन माध्यम से दर्शन कर सकेंगे। ऑनलाइन पूजा और अभिषेक की भी व्यवस्था होगी। इसके लिए संस्थाओं से प्रस्ताव बुलाए जाएंगे।
गणेश उत्सव के पहले दिन सुबह ध्वजा पूजन के साथ महोत्सव की शुरुआत होगी। स्वर्ण आभूषणों से भगवान का नियमित रूप से विशेष श्रृंगार किया जाएगा। एक लाख 51 हजार मोदक का भोग लगाकर अद्धालुओं में वितरण होगा। अन्न क्षेत्र में 10 दिनों तक भोजन की विशेष व्यवस्था रहेगी।
श्रद्धालुओं के लिए सहज और सुलभ रूप से दर्शन की रणनीति बनाई गई है। मंदिर तक आने वाले मार्ग को वन-वे किया जाएगा। वाहन चालक सीधे पार्किंग में पहुंचेंगे, जहां से मंदिर परिसर में प्रवेश होगा। दूसरे रास्ते से वापसी होगी।