
Ladli Bahna yojna
इंदौर। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का फॉर्म भरने के बावजूद जिन महिलाओं के बैंक खाते में राशि नहीं आई थी, उनके लिए तकनीकी बाधा दूर की जा रही है। पहली किस्त की राशि जिले की 20 हजार से अधिक महिलाओं के खाते में नहीं आई थी। दूसरी किस्त में ऐसा न हो, इसलिए सरकारी महकमा प्रयासरत है। 15 दिन में आठ हजार से अधिक महिलाएं पात्र हो गई हैं तो 12 हजार 514 के आवेदन पर काम चल रहा है। जून से शुरू हुई लाड़ली बहना योजना के तहत हर माह महिलाओं के खाते में एक हजार रुपए जमा किए जा रहे हैं। प्रदेश की 1.25 करोड़ महिलाओं को लाभ मिलना शुरू हो गया। इसमें इंदौर जिले का आंकड़ा 4 लाख 39 हजार 223 है। इसके बावजूद 20 हजार से अधिक महिलाओं के खाते में तकनीकी कारणों से पहली किस्त नहीं आई।
गौरतलब है कि ऐसी महिलाओं के बैंक खाते आधार से लिंक नहीं थे। जिला प्रशासन ने ऐसी महिलाओं की सूची बैंक को सौंप दी है तो दूसरी तरफ प्रशासन महिलाओं से संपर्क कर खानापूर्ति कर रहे हैं। आधार से लिंक होने के बाद डीबीटी इनेबल होता है। उसके बाद लाभार्थी के खाते में पैसे पहुंच पाएंगे।
क्या है लाडली बहना योजना?
लाडली बहना योजना का शुभारम्भ बीती 15 मार्च को एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया था। इस योजना के तहत महिलाओं को प्रतिवर्ष 12 हजार रुपये यानी की महीने में 1 हजार रुपये सीधे अकाउंट में भेजे जाने का प्रावधान किया गया है। इस योजना के लिए राज्य सरकार के द्वारा 60 हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान भी किया गया है। जिसकी पहली किस्त महिलाओं के खाते में आ चुकी है।
किसे मिलेगा लाभ
इस योजना का लाभ केवल मध्य प्रदेश राज्य की महिलाओं को मिल सकेगा। इसमें सामान्य, ओबीसी, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, परित्यक्ता या विधवा महिलाएं भाग ले सकती हैं बशर्ते उनके अन्य पात्रता होनी चाहिए जो निम्नलिखित है-
-ऐसी महिलाएं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
-ऐसी महिलाएं जिनके पास पांच एकड़ से कम जमीन है।
-वे महिलाएं जिनकी वार्षिक आय 2.5 लाख से कम है।
-महिला की उम्र 23 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
Published on:
25 Jun 2023 05:16 pm
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