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गरीब मैकेनिक का बेटा बना DSP, हैरान कर देगी सौरभ गोरे के संघर्षों की कहानी

DSP Saurabh Gore MPPSC 2022: एक छोटे से कमरे में रहता था परिवार, पढ़ने के लिए नहीं थी जगह, गरीब मैकेनिक के बेटे ने लाइब्रेरी को ही बनाया क्लासरूम, सेल्फ स्टडी कर पूरा कर लिया सपना, हैरान कर देगी MPPSC 2022 में DSP बने सौरभ शर्मा के संघर्षों की कहानी...

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MPPSC 2022 DSP Saurabh gore

MPPSC 2022 DSP Saurabh gore

DSP Saurabh Gore: सपनों को पंख देने के लिए जरूरी नहीं कि आपके पास साधन हो, सिर्फ हौंसला और मेहनत काफी है। इसे सच कर दिखाया है इंदौर के सौरभ गोरे ने। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की राज्य सेवा परीक्षा 2022 में उन्होंने डीएसपी (Deputy Superintendent of Police) के पद पर चयनित होकर अपने पिता के संघर्षों को नई पहचान दी।

पिता मैकेनिक, आर्थिक स्थिति बेहद खराब

सौरभ के पिता प्रकाश गोरे एक मैकेनिक हैं। उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर थी और परिवार एक छोटे से घर में रहता था। सौरभ के सपने तो बड़े थे, लेकिन उसे पढ़ाई का माहौल ना तो मिल पा रहा था और ना ही वह घर में पढ़ पा रहा था। जब पढ़ाई के लिए सौरभ को घर में पर्याप्त जगह नहीं मिली, तो उसने लाइब्रेरी का सहारा लिया। उन्होंने लाइब्रेरी को अपना क्लासरूम बना लिया। बिना किसी कोचिंग के सिर्फ सेल्फ स्टडी के दम पर उन्होंने DSP का यह मुकाम हासिल किया है।

मेहनत, विश्वास और धैर्य, जिंदगी के तीन सबक

सौरभ का कहना है, यदि आप परिस्थितियों से हार मान लें, तो आप अपने सपनों को पीछे छोड़ देंगे। मैंने हर असफलता को एक सबक की तरह लिया और अपनी कमजोरियों पर काम किया। सेल्फ स्टडी ने मुझे आत्मनिर्भर बनाया और लाइब्रेरी ने मेरी पढ़ाई का आधार मजबूत किया। माता-पिता ने कभी परेशानियों को आड़े नहीं आने दिया और हमेशा प्रोत्साहित किया।

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