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‘राजा’ की हत्या के बाद सोनम ने किया था ‘भरपेट भोजन’, CCTV फुटेज में खुलासा

Meghalaya Murder Case: हत्या के बाद उसने राजा के सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट की थी, जिसमें लिखा था ‘सात जन्मों का साथ’ है।

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(फोटो सोर्स: पत्रिका)

(फोटो सोर्स: पत्रिका)

Meghalaya Murder Case: सोनम और राजा के केस में पुलिस के ‘ऑपरेशन हनीमून’ में कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। आरोपियों से शुरुआती पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। सोनम हनीमून ट्रिप के दौरान पूरे समय राज और उसके भाड़े के हत्यारों के संपर्क में रही। हत्या के बाद उसने राजा के सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट की थी, जिसमें लिखा था ‘सात जन्मों का साथ’ है। यह पोस्ट जांच को भटकाने के लिए भी की गई थी।

मिला था सोनम का रेनकोट

ह्त्या के बाद सभी आरोपी और सोनम करीब 11 किमी दूर एक सुनसान इलाके पर मिले थे। एक आरोपी ने खून से लथपथ रेनकोट कई किमी दूर फेंका था, यह रेनकोट सोनम का था। इसको फेंकने का उद्देश्य था कि पुलिस को लगे सोनम के साथ भी अनहोनी हो गई है। सोनम ने राजा की मां से फोन पर कहा था कि एकादशी (पाप मुक्ति एकादशी) का उपवास है। मैं इसे नहीं तोड़ सकती, लेकिन उसी दिन उसने महापाप कर राजा की ह्त्या के बाद शव फेंकने में मदद की और उसके बाद भरपेट खाना भी खाया था। इसके सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं।

सास से बोली- पहाड़ी पर कुछ नहीं मिलेगा

पुलिस की जांच में दावा किया गया है कि सोनम ने अपनी सास से बातचीत के दौरान जिस एकादशी उपवास की बात कही थी, उस दिन पाप मुक्ति एकादशी थी। सोनम ने तो एक तरफ पाप मुक्ति एकादशी का उपवास रखा तो दूसरी तरफ उसी दिन महापाप भी किया। जिस जगह होमस्टे पर सोनम और राजा रुके थे।

उसी स्थान पर राजा की हत्या करवाने के बाद सोनम ने जाकर भरपेट खाना भी खाया, जबकि इस दौरान राजा उसके साथ नहीं था। ऐसे में अनुमान है कि सोनम ने हत्या के बाद उपवास की भी चिंता नहीं की और भरपेट भोजन किया।

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ये हुई थी बातचीत

उमा : हैलो, राजा का फोन चालू नहीं हुआ अभी तक?

सोनम : अभी नहीं हुआ, चढ़ाई कर रहे हैं, ऊपर पहुंचकर फोन लगाते हैं।

उमा: आज तो तुम्हारा उपवास होगा?

सोनम : हां, मेरा तो व्रत है। मैंने तो दो-तीन बार कह दिया कि घूमने के चक्कर में अपनी ग्यारस (एकादशी) थोड़ी तोड़ूंगी।

उमा : हां, मुझे याद आया था कि आज तो मेरी बहू का उपवास है। जो भी व्रत का मिले, कुछ खा लो।

सोनम उमा: पहले ऊपर तो चढ़ें, जंगल है, यहां तो कुछ नहीं मिलेगा। घोर जंगल है, एकदम खड़ी चढ़ाई है।

उमा : ऊपर क्या देखने गए हो? नीचे से देख लेते।

सोनम : मैंने मना किया था, पर ये ही कहने लगे कि चलो तो मैंने भी हां कर दी। झरना देखने गए हैं, बड़ा वाला। मेरी तो हालत खराब हो गई चढ़-चढ़कर। इनको तो कुछ नहीं हुआ। खाने के नाम पर भी कुछ नहीं है। चलो मैं ऊपर पहुंचकर लगाती हूं और फोन काट दिया।

हत्या के बाद… भागने की बनाई रणनीति

राजा की हत्या के वक्त सोनम भी मौजूद थी और उसने शव फेंकने में मदद भी की थी। हत्या के बाद सोनम ने राजा के इंस्टाग्राम अकाउंट से दोपहर 2.15 बजे एक पोस्ट डाली और उसमें लिखा ‘सात जन्मों का साथ है’। सोनम ने जांच को भटकाने के लिए राजा के सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट किया था। हत्या के बाद सभी आरोपी घटनास्थल से 11 किलोमीटर दूर एक सुनसान जगह पर मिले और अलग-अलग भागने की योजना बनाई। यहां से जाने के लिए सोनम ने ही हत्यारों को टिकट मुहैया कराए थे।