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सावधान ! दूध, पनीर, घी, दही सभी में जमकर हो रही है मिलावट, 33 में 15 सैंपल फेल

खाद्य व औषधि विभाग की जांच रिपोर्ट में खुलासा....

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Milk

इंदौर। खाद्य व औषधि प्रशासन विभाग की जांच में 61 रुपए लीटर का दाम लेकर 6 फेट का दूध देने के दावे की पोल खुल गई है। दूध वितरित करने वाले 6 फेट का दूध बेचना बताते हैं, वहीं प्रशासन की जांच रिपोर्ट में दूध का फेट 5 या इससे कम व दूध के बनी खाद्य सामग्री का फेट 3.5 ही आ रहा है। यह स्टैंडर्ड मानक से बहुत कम है। जांच रिपोर्ट से शहर में रोजाना वितरित हो रहे दूध व उनसे बनी खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है।

प्रशासन व खाद्य व औषधि प्रशासन विभाग निगरानी के नाम पर लाचारी बताकर हाथ झटक लेता है तो दूसरी ओर विक्रेताओं की दाम तय करने को लेकर मनमानी जारी है। सैंपलों की रिपोर्ट कह रही है कि 60 से 70 फीसदी तक फेट निकाले हुए दूध से बनी सामग्री बिक रही है। इनमें मिलावट की आशंका भी है। लोगों का कहना है, प्रशासन गुणवत्तापूर्ण दूध उपलब्ध करवाए, जिससे स्वास्थ्य की सुरक्षा हो सके।

33 में से 15 सैंपल फेल

विभाग ने दूध व दूध सामग्रियों के 33 सैंपल लिए थे। भोपाल से जांच रिपोर्ट में 15 सैंपल फैल हो गए। इनमें पनीर के 6, मावे के 4, दही का एक, घी के 3 और मिठाई का एक सैंपल है। पनीर में 3, मावे, दही और मिठाई में 3.5 फेट निकला। दूध का फेट भी 5 या इससे कम रहा, जबकि स्टैंडर्ड फेट 5 है। घी का मानक स्तर 20 से 24 होना चाहिए, जो 16 तक ही निकला। रिपोर्ट बताती है पौष्टिकता निचोड़कर दूध से बनी सामग्रियां बेची जा रही हैं। यह स्वास्थ्य से खिलवाड़ है। एफएसएसआइ नियमों में भी खुली सामग्री नहीं बेच सकते।

एक्सपर्ट व्यू- डॉ. पूजा शर्मा, डाइटिशियन

जितना फेट व पोषक तत्व दूध व दूध से बनी सामग्री में जरूरी होता है, उतना तो होना ही चाहिए। फेट निकालने से सामग्री का स्टैंडर्ड खत्म हो जाता है। फेट के साथ उसमें घुले पोषक तत्व भी निकल जाते हैं, जो डाइट में दिए जाने वाले स्टैंडर्ड मानकों पर असर करता है। ऐसे में हम दूध व दूध से बनी सामग्री डाइट में लेते जरूर हैं पर असर कम करता है।

नीरज श्रीवास्तव, खाद्य सुरक्षा अधिकारी का कहना है कि दूध व दूध से बने खाद्य पदार्थों के सैंपलों की रिपोर्ट हाल ही में आई है। इनमें फेट 3.5 तक ही आया है, जबकि स्टैंडर्ड मानक 5 फेट है। घी का मानक स्तर भी 16 ही आया है। विभागीय स्तर पर कार्रवाई होगी। रिपोर्ट को देखते हुए बड़े स्तर पर सैंपलिंग की जाएगी।